पीसी कारोबार पर विपक्ष हुआ हमलावर
राज्य में पीसी कारोबार (परसेंटेज) मुद्दे को लेकर बुधवार को विध
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर : राज्य में पीसी कारोबार (परसेंटेज) मुद्दे को लेकर बुधवार को विधानसभा में विपक्ष ने जमकर हंगामा किया। शून्यकाल से ही सत्ता पक्ष एवं विपक्ष आमने-सामने आ गए। विपक्षी नेताओं ने इस मुद्दे पर सीधे तौर पर मुख्यमंत्री को निशाने पर लिया। इसे लेकर सदन में सत्ता पक्ष व विपक्ष के बीच जमकर नोक-झोंक हुई। हंगामा जारी रहने के कारण विधानसभाध्यक्ष प्रदीप अमात ने सदन की कार्यवाही को दोपहर तीन बजे तक स्थगित कर दिया।
इससे पूर्व विरोधी दल के नेता नर¨सह मिश्र ने कहा कि मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने कहा था कि पीसी कारोबार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। देर से ही सही मुख्यमंत्री ने यह अनुभव किया कि राज्य में पीसी कारोबार हो रहा है। बिना पीसी के कोई काम नहीं होता है। उन्होंने कहा कि मीडिया से बातचीत में दामोदर राउत ने भी कहा था कि पीसी कारोबार को बंद करना संभव नहीं है। विरोधी दल के नेता मिश्र ने सरकार को निशाने पर लेते हुए तंज कसा कि यदि पीसी कारोबार नहीं चलता तो फिर बमीखाल में निर्माणाधीन ओवरब्रिज नहीं गिरता। हकीकत में देखा जाए तो मुख्यमंत्री जो कहते हैं, उसका उल्टा करते हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में पीसी कम होने के बजाय बढ़ गया है। राज्यसभा सांसद उदय ¨सहदेव के एक पत्र का उदाहरण देते हुए नर¨सह मिश्र ने कहा कि बलांगीर ब्लॉक में एक भ्रष्टाचारी सहकारी इंजीनियर बांछाबट पांडे को लाया गया है। ईमानदारी से इस पद पर काम करने वाले इंजीनियर वृषभ चंद्र होता को सांसद ने तबादला करवा दिया था। क्योंकि, कम्यूनिटी सेंटर के नाम पर सांसद ने जो धन दिया था वह मंदिर में खर्च हुआ, जिसका संपृक्त इंजीनियर ने विरोध किया। बांछाबट के नाम पर विजिलेंस में मामला चल रहा है। यही नहीं बीडीओ के नाम पर भी विजिलेंस विभाग में मामला विचाराधीन है। इस मसले पर भाजपा विधायक दल के नेता कनक बर्धन ¨सहदेव ने भी सरकार पर निशाना साधा। कहा कि पीसी कारोबार को बंद करने पर सरकार ध्यान नहीं दे रही है। 2009 से 2017 तक कुछ एक ही प्रोजेक्ट हैं जिसका आकलन से खर्च दोगुना हुआ है। पीसी के लिए प्रोजेक्ट की अवधि बढ़ाई जा रही है। इसके साथ ही बलांगीर ब्लाक सहकारी इंजीनियर नियुक्ति को लेकर विरोधी दल नेता के शिकायत को भी सिंहदेव ने दोहराया।