महाशिवरात्रि पर शिवालयों में आस्था का सैलाब
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर : महाशिवरात्रि के अवसर पर शुक्रवार को शिवालयों में सुबह से ह
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर :
महाशिवरात्रि के अवसर पर शुक्रवार को शिवालयों में सुबह से ही आस्था का सैलाब उमड़ने लगा था। भोलेनाथ के दर्शन व जलाभिषेक को ले सुबह से ही श्रद्धालु शिवालयों में पहुंचने लगे इसमें क्या बच्चे, बूढ़े व महिलाएं भी पीछे नहीं रही। सबों ने अपनी बारी की प्रतीक्षा करते हुए बाबा भोलेनाथ का जलाभिषेक किया। राजधानी के महाप्रभु श्री ¨लगराज मंदिर में तो लाखों की संख्या में श्रद्धालु भोलेनाथ का दर्शन करते हुए जलाभिषेक किए। रात 10 बजे यहां पर महादीप उठने की व्यस्था की गई। प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी जागरण उत्सव के लिए प्रशासन की ओर से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। बैरिकेड के जरिए भक्तों को दर्शन के लिए मंदिर में जाने दिया गया। सुरक्षा के मद्देनजर 22 सीसीटीवी कैमरा मंदिर परिसर में लगाया गया था। वही ढेंकानाल के प्रसिद्ध कपिलाश पीठ में भी जागर की व्यवस्था की गई थी। यहां पर महाप्रभु चंद्रशेखर जी की अलग ढंग से पूजा की जाती है। शाम के समय आरती के बाद महास्नान एवं तिलक होने के बाद देवों के देव महादेव के सोने का वेश किया गया। यहां पर जागरण उत्सव में लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं का समागम होता है। वहीं कटक के प्रसिद्ध शैवपीठ धवलेश्वर में रात एक बजकर 30 मिनट पर महादीप उठाया गया। पुरी में बाबा लोकनाथ के पीठ में भी जागरण की व्यवस्था की गई थी। यहां पर महाशिवरात्रि में एक विशेष नीति बनाई गई थी। राज्य के इन प्रमुख शैवपीठों के अलावा राज्य में मौजूद तमाम छोटे- बड़े शिव मंदिरों में भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे और महादेव की पूजा- अर्चना कर आशीर्वाद मांगा। खासकर मालिनी शहर भुवनेश्वर में चारों तरफ सुबह से ही ओम नम: शिवाय की गूंज सुनाई दे रही थी। जिससे पूरे क्षेत्र का वातावरण भक्तिमय हो गया था।