नमस्कार सबसे श्रेष्ठ महामंत्र : वीरेंद्र बेताला
भुवनेश्वर : सेवा संस्कार संगठन त्रिआयामी कार्यक्रमों में तेरापंथ युवक परिषद (तेयुप) द्वारा संस्क
भुवनेश्वर : सेवा संस्कार संगठन त्रिआयामी कार्यक्रमों में तेरापंथ युवक परिषद (तेयुप) द्वारा संस्कार के क्षेत्र में मंत्र दीक्षा कार्यक्रम आयोजित किया गया। स्थानीय तेरापंथ भवन में आयोजित कार्यक्रम में तेयुप के अध्यक्ष वीरेंद्र बेताला ने बच्चों को मंत्र दीक्षा के बारे में कई अहम जानकारी देने के साथ ही इन बच्चों को मंत्र दीक्षा दिलाई। इस अवसर पर बेताला ने कहा कि कोई भी शब्द, वाक्य या संरचना जिससे एकाग्रता, शक्ति, विश्वास बढ़ता है एवं पवित्रता आती तथा आत्मकल्याण होता है वह मंत्र कहलाता है। नमस्कार महामंत्र इसमें सबसे श्रेष्ठ महामंत्र है। इस अवसर पर तेरापंथ सभा द्वारा ज्ञानशाला का वार्षिक उत्सव एवं जैन विद्या दिवस का भी पालन किया गया। इसमें ज्ञान शाला संयोजिका तारा सुखानी, प्रेम सेठिया, सभाध्यक्ष सुभाष भुरा, मंत्री मनोज ललानी, वरिष्ठ श्रावक प्रकाश जी बेताला, महिला मंडल अध्यक्ष सुशीला सेठिया ने भी अपने विचार व्यक्त किए। ज्ञानशाला संयोजक नरपत जी बेताला एवं तेयुप मंत्री शातिलाल बेद ने कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना पूर्ण योगदान दिया। वीरेंद्र बेताला ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि तेरापंथ के नौवें आचार्य श्री तुलसी ने संस्कार के क्षेत्र में बच्चों के अंदर बचपन में ही अपनी संस्कृति के प्रति संस्कार एवं आस्था बनी रही, इस दृष्टि मंत्र दीक्षा अभियान की शुरूआत की। इसी के तहत हर साल पूरे देश में तेयुप के जरिए मंत्र दीक्षा कार्यक्रम चलाया जाता है। इसी से समाज में संस्कारी कार्यकर्ताओं की टीम तैयार हो सकती है। इसलिए ज्ञानशाला एवं जैन विद्या का प्रचार प्रसार एवं संचालन सुव्यवस्थित तरीके से होना चाहिए।