भाजपा ने किया डीजीपी कार्यालय घेराव
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर : त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव समाप्त होने के बाद भी सूबे में हो रही ¨
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर :
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव समाप्त होने के बाद भी सूबे में हो रही ¨हसात्मक घटनाओं से प्रशासन के माथे पर बल पड़ने लगा है। खुर्दा, कटक व बरहमपुर अन्य जिलों में चुनावी ¨हसा के कारण स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। राज्य में अब तक चुनावी ¨हसा के चलते तीन लोगों को अपने प्राण गंवाने पड़े। जबकि सैकड़ों लोगों घायल हुए हैं। ऐसे में प्रशासन को इस तरह की घटनाओं पर नियंत्रण पाने में काफी दिक्कतें आ रही है। खुर्दा के गुडुम जगन्नाथपुर गांव में चुनावी ¨हसा के चलते तोड़फोड़ किए जाने से गांव में दो प्लाटून पुलिस बल तैनात किया गया है। वहीं बरहमपुर में ¨हजली ब्राह्मणछाई में सरपंच उम्मीदवार की हत्या के बाद से ही तनाव की स्थिति बनी हुई है। पुलिस ने अब तक इस मामले में 13 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। वहीं जगन्नाथपुर गांव में भी तोड़फोड़ हुई है। भारतीय जनता पार्टी ने लगातार हो रही ¨हसात्मक घटना का विरोध करते हुए चेतावनी दी है कि प्रशासन स्थिति को संभाले नहीं तो समस्या और गंभीर हो जाएगी।
वहीं पंचायत चुनाव में बढ़ रही ¨हसा की घटनाओं के प्रतिवाद में भारतीय जनता पार्टी ने कटक जिलाधीश कार्यालय का घेराव किया। घेराव करते समय पुलिस एवं भाजपा कार्यकर्ताओं में धक्का-मुक्की भी हुई। भाजपा नेता समीर दे के नेतृत्व में भाजपा कार्यकर्ताओं ने डीजीपी कार्यालय का घेराव भी किया। समीर दे ने कहा कि तीसरी मंजिल से मिल रहे निर्देश पर जिला प्रशासन व पुलिस राज्य में आतंक फैलाना चाहती है। भाजपा की जीत की खबर को हजम नहीं कर पा रही नवीन सरकार भाजपा नेताओं एवं कार्यकर्ता पर हमला करवा रही है। इसके प्रतिवाद में हमने डीजीपी कार्यालय का घेराव किया। भाजपा नेता ने कहा कि यदि ¨हसा बंद नहीं हुई तो फिर अपने प्रतिवाद को और तेज करेंगे। 2019 में राज्य में भाजपा की सरकार बनने जा रही है। जिला एवं पुलिस प्रशासन को अभी से सतर्क हो जाना चाहिए। हम डीजीपी कार्यालय घेराव करने की जानकारी पहले ही डीजीपी को दे चुके थे, मगर वह हमसे मुलाकात नहीं किए। भाजपा नेता ने कहा कि जो बीजद के कार्यकर्ता अराजकता फैला रहे हैं, उन्हें तुरंत गिरफ्तार किया जाए और उनके खिलाफ निष्पक्ष जांच करने के लिए हम पुलिस विभाग को सतर्क करा रहे हैं। अन्यथा आगामी दिनों में परिस्थिति गंभीर होगी, जिसके लिए डीजीपी कार्यालय जिम्मेदार होगा।