जंगल छोड़ने वाले आदिवासियों को 10 लाख देगी सरकार
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर : जैव विविधता से पूर्ण सिमलीपाल संरक्षित राष्ट्रीय उद्यान के विकास को लेक
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर : जैव विविधता से पूर्ण सिमलीपाल संरक्षित राष्ट्रीय उद्यान के विकास को लेकर सचिवालय परिसर में शनिवार को एक उच्चस्तरीय बैठक हुई। इसमें सिमलीपाल अभयारण्य के संरक्षण एवं संवर्द्धन को लेकर विस्तार से चर्चा की गई तथा जंगल सुरक्षा के साथ-साथ इस इलाके में रहने वाले लोगों की आजीविका आदि पर विचार-विमर्श किया गया। राज्य सरकार ने सिमलीपाल के लिए पंच वर्षीय योजना बनाई है, जिसमें टाईगर प्रोजेक्ट, जैव विविधता संरक्षण, अधिवासियों की आजीविका पर फोकस किया गया है। इस पर कुल 24 करोड़ 19 लाख रुपये खर्च होने का आकलन किया गया है। यह योजना अनुमोदन के लिए केंद्र सरकार के पास भेजी जाएगी। साथ ही सिमलीपाल इलाके में रहने वाले आदिवासियों पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है। संरक्षित जंगल के कोर एरिया एवं बफर एरिया में रहने वाले लोगों को यह स्वतंत्रता होगी की वे अपने पुराने स्थल पर रहें या फिर जंगल छोड़कर सुरक्षित जगह पर जाएं। जंगल छोड़कर अन्यत्र जाने वाले आदिवासी परिवारों को राज्य सरकार की ओर से 10 लाख रुपये की सहायता दी जाएगी। साथ ही उन्हें रहने के लिए बीजू पक्का घर भी राज्य सरकार मुहैया कराएगी।