चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा, युद्ध जीतने के लिए और कड़ा अभ्यास करे चीनी सेना
पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) की 89 वीं वर्षगांठ से एक दिन पहले दिए संदेश में शी ने यह बात कही है।
बीजिंग, प्रेट्र। दक्षिण चीन सागर विवाद के गहराने के बाद चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने अपनी 23 लाख सैनिकों वाली सेना के लिए कड़े अभ्यास का आह्वान किया है। इससे वह अपने अत्याधुनिक हथियारों के साथ युद्ध जीतने में और ज्यादा सक्षम बनेगी। पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) की 89 वीं वर्षगांठ से एक दिन पहले दिए संदेश में शी ने यह बात कही है।
चार साल में चीनी सेना में आमूल-चूल परिवर्तन करने वाले शी ने उसे संख्या के लिहाज से दुनिया की सबसे बड़ी सेना बना दिया है। अन्य देशों की सेनाओं की कार्यशैली से अलग पीएलए का नियंत्रण चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के पास है। अन्य देशों में सेना सरकार के नियंत्रण में कार्य करती है।
145 अरब डॉलर (नौ लाख इकहत्तर हजार करोड़ रुपये) के बजट वाली इस सेना से ज्यादा सिर्फ अमेरिकी सेना का वार्षिक बजट है। इसी अमेरिकी सेना से दक्षिण चीन सागर क्षेत्र में उसका आमना-सामना होने के आसार हैं। ऐसा नहीं कि पीएलए की छवि साफ-सुथरी है। उसके 40 से ज्यादा उच्च अधिकारी और दो पूर्व प्रमुख भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे हैं।
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कहा जाता है कि चीनी सेना में रिश्वत लेकर पद दिए जाते हैं। 25 जुलाई को ही पूर्व सेना प्रमुख गुओ बॉक्सीओंग को भ्रष्टाचार के मामले में उम्रकैद की सजा हुई है। शी ने कम्युनिस्ट पार्टी की सफाई के लिए बड़ा भ्रष्टाचार विरोधी अभियान चलाया हुआ है जिसमें हजारों पदाधिकारियों को दंडित किया गया है।
शी सेंट्रल मिलिट्री कमीशन के मुखिया की हैसियत से सारी सैन्य व्यवस्थाओं को नियंत्रित करते हैं। 20 अप्रैल को उन्हें आधिकारिक रूप से कमांडर इन चीफ का पद दे दिया गया।
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