आसान नहीं होगा आइएस को मिटाना: ओबामा
वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा है कि आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट [आइएस] को उखाड़ फेंकना आसान काम नहीं होगा। सीरिया में आइएस की गतिविधियों को जानने के लिए टोही विमानों की उड़ान को मंजूरी देने के बाद उन्होंने यह बात कही। ओबामा ने कहा, 'कैंसर की तरह फैल रहे आइएस को उखाड़ना
वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा है कि आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट [आइएस] को उखाड़ फेंकना आसान काम नहीं होगा। सीरिया में आइएस की गतिविधियों को जानने के लिए टोही विमानों की उड़ान को मंजूरी देने के बाद उन्होंने यह बात कही।
ओबामा ने कहा, 'कैंसर की तरह फैल रहे आइएस को उखाड़ना आसान नहीं होगा। यह बहुत जल्दी भी नहीं हो सकता।' ओबामा ने इराक में फिर अमेरिकी सेना भेजने से भी इन्कार किया है। इराक में अमेरिका आइएस के ठिकानों पर हवाई हमले कर रहा है। हालांकि व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव जोश अर्नेस्ट ने कहा कि जहां अमेरिकियों की सुरक्षा के लिए सेना की जरूरत होगी, वहां अमेरिका पीछे नहीं हटेगा।
अमेरिका के साथ आए सात देशइटली, फ्रांस और ब्रिटेन समेत सात देश उत्तरी इराक में कुर्द सेना को मजबूत करने की अमेरिकी पहल के साथ जुड़े हैं। अमेरिकी रक्षा मंत्री चक हेगल ने कहा, 'आइएस के आतंकियों से लड़ने के लिए कुर्द सेना को तत्काल हथियारों और अन्य उपकरणों की जरूरत है। इस दिशा में अमेरिका और इराक की सरकार के प्रयासों को ताकत देने के लिए अल्बानिया, कनाडा, क्रोएशिया, डेनमार्क, इटली, फ्रांस और ब्रिटेन भी साथ आए हैं।
आइएस ने की सैनिकों की हत्याउत्तरपूर्वी सीरिया में एक एयरबेस पर कब्जे के बाद आइएस आतंकियों ने वहां तैनात सीरियाई सैनिकों को मौत के घाट उतार दिया। कुछ सैनिकों को बंधक भी बनाया गया है। इस बात की पुष्टि करते हुए आतंकियों ने ट्विटर समेत विभिन्न वेबसाइटों पर तस्वीरें साझा की हैं।
भरपूर पैसे में खेल रहा है आइएसदो वरिष्ठ अमेरिकी सीनेटरों ने कहा कि इस्लामिक स्टेट इस समय सबसे ज्यादा व्यवस्थित तरीके से वित्त पोषित आतंकी संगठन बन चुका है। उन्होंने ओबामा प्रशासन से इसे अंतरराष्ट्रीय आपराधिक संगठन घोषित करने की मांग की है। सीनेटर बॉब केसी और मार्को रूबियो ने कहा, 'आइएस के पास क्षेत्र की स्थिरता को खंडित करने और अमेरिकी हितों को प्रभावित करने के लिए पर्याप्त संसाधन, शस्त्र और ठिकाने हैं।'
उन्होंने कहा कि लूट, वसूली और मानव तस्करी की गतिविधियों के दम पर आइएस इस समय पैसे में खेलने वाला आतंकी संगठन बन चुका है।