नाम से न डरें, ‘ISIS’ गांव में नहीं रहते हैं आतंकी
ISIS का नाम सुनते ही एक छवि उभरती है जो काफी खौफनाक है, ऐसे में अगर किसी गांव का नाम ही ISIS हुआ तो। वहां कोई जाना चाहेगा क्या...
जागरण डेस्क, नई दिल्ली। ISIS का नाम सुनते ही एक छवि उभरती है जो काफी खौफनाक है, ऐसे में अगर किसी गांव का नाम ही ISIS हुआ तो। वहां कोई जाना चाहेगा क्या... नहीं न पर, बुरी दशा वाले सीरिया व इराक के से हटकर, एक गांव ऐसा है जो खौफ पैदा करने वाले नाम ISIS वाला तो है पर इसका इलाका बेहद शांत और सेक्युलर है। इसलिए यहां जरूर जाइए, यहां सबका स्वागत है।
यह गांव वर्ष 1887 से अस्तित्व में है। यह आइसिस (ISIS) नदी के नाम पर है। वैसे तो आइसिस नदी इंग्लैंड में है लेकिन यहां अठारहवीं शताब्दी में आकर बसने वालों ने पास में बहने वाली नदी के नाम से जोड़कर इसका नाम भी आइसिस रख दिया।
यहां की फुटबॉल टीम का नाम है ‘आइसिस डेविल्स’। इसने पिछले साल बुंडाबर्ग रग्बी लीग फाइनल में जीत हासिल की तो लीग और आस्ट्रेलियाई ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन ने इसे अपना नाम बदलने की सलाह दी लेकिन गांव वालों ने मना कर दिया।
कैसा है यहां इलाका
यह इलाका बेहद शांत और सेक्युलर है। अपनी विरासत को लेकर संजीदा इस गांव से निकलने वाले अखबार के संपादक वेन हिडिच का कहना है कि हम व्यापार और खेती करने वाले लोग हैं और चूंकि हम यह नाम काफी समय से उपयोग कर रहे हैं इसलिए इसे लेकर शर्मिदा भी नहीं हैं। अन्य लोगों का भी कहना है कि अगर हम नाम बदल दें तो यह आतंकियों की जीत जैसी बात होगी। यहां गोल्फ क्लब, स्कूल, दवा दुकानों वगैरह सब जगह आइएसआइएस लिखा हुआ दिख जाता है।
6 हजार लोगों की है यह बस्ती
यह करीब छह हजार लोगों की बस्ती है। यहां युद्ध स्मारक, गोल्फ क्लब आदि भी हैं। यहां के युद्ध स्मारक से पता चलता है कि यहां के लोगों ने दोनों विश्व युद्धों में भी भाग लिया था।