बनना चाहती थी जिहादी जॉन की बेगम, जेल में कटेंगे साढ़े चार साल
ब्रिटेन में एक महिला को आतंकी संगठन (आइएस) का महिमामंडन और प्रचार करने के मामले में साढ़े चार साल जेल की सजा सुनाई गई है।
लंदन, प्रेट्र : ब्रिटेन में एक महिला को आतंकी संगठन (आइएस) का महिमामंडन और प्रचार करने के मामले में साढ़े चार साल जेल की सजा सुनाई गई है। 32 वर्षीय जाफरीन खादम नाम की यह महिला पेशे से मेकअप आर्टिस्ट है और जिहादी जॉन से शादी करना चाहती थी। शेफील्ड क्राउन कोर्ट ने उसे बुधवार को सजा सुनाई।
पल भर में सिर कलम करता है ISIS का नया 'जिहादी जॉन' सिद्धार्थ
खुद को 'जिहादी प्रिंसेस' कहने वाली खादम ने आइएस के समर्थन में करीब 20 हजार ट्वीट किए थे। उसने आतंकियों द्वारा जिंदा जलाए गए जॉर्डन के पायलट का वीडियो भी सोशल मीडिया में साझा किया था। आइएस की हिंसक घटनाओं का प्रचार करने के लिए उसने 14 ट्विटर अकाउंट बनाए थे। वह सीरिया भी जाना चाहती थी। साथ ही वह कुवैत में पैदा हुए ब्रिटिश आतंकी मोहम्मद एमवाजी उर्फ जिहादी जॉन से शादी करना चाहती थी। जिहादी जॉन पिछले साल एक ड्रोन हमले में मारा गया था।
नॉर्थ ईस्ट काउंट टेररिज्म यूनिट के डिटेक्टिव चीफ सुपरिटेंडेंट क्लाइव वेन ने बताया कि उनके अधिकारियों ने सैकड़ों घंटों के वीडियो की समीक्षा की जिसमें खादम खुलेआम आइएस की विचारधारा के प्रति अपना समर्थन जाहिर कर रही थी और सीरिया जाने की योजना बना रही थी। खादम ने अदालत को बताया कि आतंकी संगठन में शामिल होने वाले एक फुटबॉलर के बारे में प्रकाशित रिपोर्ट को पढ़कर उसका झुकाव आइएस के प्रति हुआ था। जज जूलियन गूस ने जब उसे सजा सुनाई तो वह जोर-जोर से रोने लगी।