आतंकवाद पर US लगा रहा है लताड़ पर लताड़ लेकिन पाक है की मानता नहीं
आतंकवाद के मुद्दे पर अमेरिका ने पाकिस्तान को एक बार फिर झिड़की लगाई है। अमेरिका ने कहा कि आतंकी समस्या के मूल तक जाना होगा।
वाशिंगटन, प्रेट्र। अमेरिका ने एक बार फिर कहा है कि पाकिस्तान अपने देश में शरण पाए आतंकी संगठनों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करे जो पड़ोसी देशों में हमले करके वहां खूनखराबा करते हैं। क्षेत्रीय स्थिरता के लिए पाकिस्तान की भूमिका को भी महत्वपूर्ण बताया है।
अमेरिका के विदेश विभाग के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने यह बात कही है। वह दक्षिण एशिया के आतंकवाद पर पूछे गए सवाल का जवाब दे रहे थे। पाकिस्तान के क्वेटा शहर में बड़े आतंकी हमले की चर्चा में प्रवक्ता ने कहा कि दक्षिण एशिया से आतंकवाद के खात्मे के लिए देशों के बीच सहयोग जरूरी है। हम इस मामले में क्षेत्रीय सहयोगियों के साथ काम करना जारी रखेंगे। क्योंकि आतंकवाद सभी के लिए समान रूप से खतरनाक है।
क्वेटा की पुलिस अकादमी में हुए हमले में 60 लोग मार गए हैं। प्रवक्ता ने कहा कि हम मारे गए लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं। वे लोगों की सुरक्षा के लिए तैयार हो रहे थे और युवा थे। दुर्भाग्य से पाकिस्तान में ऐसा पहली बार नहीं हुआ है। वहां पर सुरक्षा बलों के जवान और आम नागरिक पहले भी मारे गए हैं। निश्चित रूप से पाकिस्तान आतंकवाद की पीड़ा झेल रहा है। अमेरिका पाकिस्तान सरकार के समर्थन के लिए वचनबद्ध है। हम इलाके में शांति स्थापना के लिए हर संभव मदद करेंगे।
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आतंकवाद के खिलाफ साझा प्रयास की जरूरत
दक्षिण एशिया में आतंकवाद की समस्या पर बोलते हुए किर्बी ने कहा कि इसके लिए साझा प्रयास की जरूरत है। पाकिस्तान सिर्फ ये कहकर नहीं बच सकता है कि वो खुद आतंकवाद से पीड़ित है। पाकिस्तान को नापाक संगठनों पर लगाम लगाने के लिए मूल समस्या तक जाना होगा।
'क्वेटा हमला स्थानीय मुद्दा'
क्वेटा में पुलिस ट्रेनिंग सेंटर पर हुए आतंकी हमले के बारे में किरबी ने कहा कि ये एक क्षेत्रीय समस्या है। जिसे वो पाक सरकार के साथ उठाएंगे। उन्होंने कहा कि ये पहला मौका नहीं है कि जब पाकिस्तान में इस तरह की दुखद घटना हुई हो। इस घटना से पाकिस्तान को सबक लेने की जरूरत है। पाक सेना और हुक्मरानों को ये समझना पड़ेगा कि आखिर इस तरह की घटनाएं क्यों हो रही हैं।