अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की अपील, आतंक से लड़ाई के लिए साथ आएं मुस्लिम
अमेरिका इस्लामिक स्टेट (आइएस) से निपटने के लिए खाड़ी के देशों को साथ लाने की कोशिश कर रहा है।
रियाद, एपी/रायटर। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आतंक के खिलाफ लड़ाई के लिए मुस्लिमों से एकजुट होने का आह्वान किया है। ट्रंप ने कहा कि आतंक के खिलाफ जंग धर्मो के बीच की लड़ाई नहीं है। यह उन बर्बर अपराधियों के खिलाफ युद्ध है जो मानव जीवन को तबाह करने पर आमादा हैं। ट्रंप ने दो दिवसीय सऊदी अरब यात्रा के दौरान 50 मुस्लिम बहुल देशों के नेताओं के समक्ष यह अपील की है।
अमेरिका इस्लामिक स्टेट (आइएस) से निपटने के लिए खाड़ी के देशों को साथ लाने की कोशिश कर रहा है। सत्ता संभालने के पहले सप्ताह में ही सात मुस्लिम बहुल देशों के नागरिकों पर यात्रा प्रतिबंध लगाने वाले ट्रंप अमेरिका के पहले राष्ट्रपति हैं जिन्होंने अपनी विदेश यात्रा की शुरुआत एक मुस्लिम देश से की है। अमेरिकी राष्ट्रपति आतंकवादियों के खिलाफ जारी संघर्ष को अच्छे और बुरे के बीच युद्ध करार देते हुए अरब नेताओं से आतंकियों को अपने धर्मस्थान से खदेड़ने का आह्वान किया है।
व्हाइट हाउस से मिली भाषण की प्रति के अनुसार, ट्रंप ने अपने भाषण में लोकतंत्र और मानवाधिकार का उल्लेख नहीं किया है। उनके इस कदम को अरब देशों के साथ संबंधों को नए सिरे से मजबूत करने की कवायद बताई जा रही है। उन्होंने कहा, 'मैं यहां लोगों को यह लेक्चर देने के लिए नहीं आया हूं कि उन्हें कैसे रहना चाहिए या क्या करना चाहिए या फिर कैसा बनना चाहिए। मैं सभी के लिए बेहतर भविष्य के निर्माण में भागीदार बनने के प्रस्ताव के साथ आया हूं।'
सऊदी अरब को 110 अरब डॉलर का पैकैज
डोनाल्ड ट्रंप ने सऊदी अरब के लिए 110 अरब डॉलर (7.09 लाख करोड़ रुपया) के हथियार पैकेज की घोषणा की है। इसका उद्देश्य सऊदी की सुरक्षा को और मजबूत करना बताया गया है। इसके अलावा द्विपक्षीय व्यापार को लेकर भी कई समझौते किए गए हैं।
जीसीसी के सदस्य देशों से की बात
रियाद, रायटर: अमेरिकी राष्ट्रपति ने रविवार को शक्तिशाली खाड़ी सहयोग परिषद (जीसीसी) के सदस्य देशों के शीर्ष नेताओं से मुलाकात की। सऊदी अरब के अलावा इसमें बहरीन, कुवैत, ओमान, कतर और संयुक्त अरब अमीरात शामिल हैं। परिषद के सदस्य देश ईरान पर उनके आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करने का आरोप लगाते रहते हैं। साथ ही वाशिंगटन की ओर से तेहरान के खिलाफ सख्ती भी चाहता है।