आमने-सामने आए अमेरिकी और रूसी फाइटर जेट, देर तक बना रहा तनाव
अमेरिका और रूस के फाइटर प्लेन एक बार फिर ब्लैक सी के ऊपर आमने-सामने आ गए।
वाशिंगटन (एजेंसी)। रूस के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि मंगलवार को काला सागर (ब्लैक सी) के ऊपर एक अमेरिकी जासूसी विमान ने दो बार रूसी सीमा में घुसने का प्रयास किया था। जिसके जवाब में रूस ने टीएसयू -27 फाइटर जेट को भेजा और काफी देर तक दोनों विमान एक दूसरे के आस-पास रहे।
वहीं अमेरिका का कहना है कि काला सागर के ऊपर अमेरिका के जासूसी प्लेन को रोकने के लिए रूसी प्लेन उसके 10 फीट पास तक आ गया। अमेरिका रूस के इस रवैए को गैरजिम्मेदार और भड़काने वाला कृत्य करार दे रहा है। पेंटागन का कहना है कि रूस की वजह से बड़ा हादसा हो सकता था।
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वहीं रूस का कहना है की उसका प्लेन एसयू-27 सिर्फ यह पता लगाने गया था कि अमेरिकी विमान उसकी सीमा के नजदीक क्या कर रहा है। रूस ने कहा कि उसने ट्रांपोंडर्स को ऑन नहीं किया था और इसी कारण प्लेन की हरकतों पर शक हुआ। यह घटना ऐसे समय हुई जब आज अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन कैरी और रूस के विदेश मंत्री सेग्री लावरोव की मुलाकात होनी है।
आपको बता दें कि इसी साल अप्रैल माह में एक रूसी एसयू-27 लड़ाकू जेट ने अंतरराष्ट्रीय हवाई क्षेत्र में एक नियमित उड़ान के दौरान अमेरिकी वायुसेना के एक जासूसी विमान का ”असुरक्षित और गैर-पेशेवर तरीके से” काफी करीब से चक्कर लगाया था जिससे दोनों देशों के बीच तनाव काफी बढ़ गया था। बाल्टिक सागर के ऊपर यह घटना उस वक्त हुई जब रूसी जेट ने बहुत ही आक्रामक ढंग से उड़ान भरी और यह अमेरिकी विमान के 50 फुट के दायरे में आ गया था।