संयुक्त राष्ट्र ने जमात-उल-अहरार को प्रतिबंधित संगठनों की सूची में डाला
संयुक्त राष्ट्र ने पाकिस्तानी तालिबान से अलग होकर आइएस से जुड़े आतंकी संगठन जमात-उल-अहरार को प्रतिबंधित संगठनों की सूची में डाल दिया है।
संयुक्त राष्ट्र (प्रेट्र)। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने पाकिस्तानी तालिबान से अलग होकर इस्लामिक स्टेट (आइएस) से जुड़े आतंकी संगठन जमात-उल-अहरार को प्रतिबंधित संगठनों की सूची में डाल दिया है। सुरक्षा परिषद की इस सूची में आतंकी संगठन अल कायदा और आइएस भी शामिल हैं। इस प्रतिबंध के बाद अब जमात-उल-अहरार की दुनिया में किसी भी कोने में अर्जित संपत्ति और बैंक खातों को जब्त किया जा सकेगा। वह हथियारों की भी कोई खरीद नहीं कर पाएगा।
मुख्य रूप से पाकिस्तान में सक्रिय इस आतंकी संगठन को तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के नाम से भी जाना जाता है। इसका मुख्य ठिकाना अफगानिस्तान का नांगरहार प्रांत और पाकिस्तान का मोहमंद एजेंसी इलाका है।
संयुक्त राष्ट्र की वेबसाइट के अनुसार यह संगठन तहरीक-ए-तालिबान से अलग हुआ संगठन है जो अब इस्लामिक स्टेट के साथ मिलकर कार्रवाई कर रहा है। अगस्त 2014 में पाकिस्तान के मोहमंद एजेंसी इलाके में इस समूह का गठन हुआ था। इसके बाद इसने ज्यादातर घटनाएं पाकिस्तान-अफगानिस्तान सीमा पर अंजाम दीं। नवंबर 2016 में इस पर पाकिस्तान सरकार ने प्रतिबंध लगाया था।
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