यूएन के अभियान स जुड़ी कॉमिक बुक की बिंदास 'वंडर वूमेन'
दुनियाभर में जैंडर इक्वलिटी अभियान के लिए यूएन ने सभी विरोधों को दरकिनार कर 'वंडर वूमेन' को अपना चेहरा बनाया है। कई महिला संगठनों ने इसको कामुकता से भरा बताते हुए इसका विरोध किया है।
संयुक्त राष्ट्र (रॉयटर)। दुनियाभर में लैंगिक समानता से लड़ने के लिए संयुक्त राष्ट्र ने आखिरकार कॉमिक सुपरहीरो 'वंडर वूमेेन' को औपचारिक रूप से अपना मानद राजदूत (ओनररी एंबेसडर) घोषित कर दिया। इसको लेकर कई महिला संगठनों ने अपना विरोध दर्ज करवाया था। यहां तक की संयुक्त राष्ट्र के भावी महासचिव ने भी इसको लेकर काफी तीखी टिप्पणी की थी। इनका कहना था कि मौजूदा समय में कई महिलाएं मौजूद हैं जिन्हें इस अभियान का चेहरा बनाया जा सकता था, लेकिन ऐसा न करके और कार्टून कैरेक्टर को एंबेसडर बनाकर यूएन महिलाओं का अपमान कर रहा है।
महिला संगठनों से जुड़ी कार्यकर्ताओं का यह भी कहना था कि कार्टून कैरेक्टर वंडर वूमेेन को काफी कम कपड़ों में दिखाया गया है, जो इस अभियान के लिए कहीं से भी सटीक नहीं बैठती हैं। इसके बावजूद यूएन ने इन सभी आरोपों और विरोधों को दरकिनार कर वंडर वूमेन को ही अपना राजदूत तय किया है। इतना ही नहीं यूएन को इस बाबत दोबारा विचार करने के लिए एक ऑनलाइन याचिका भी दायर की गई थी जिसको करीब 1000 लोगों ने अब तक अपना समर्थन दिया है।
संयुक्त राष्ट्र अधिकारी ने एक समारोह केे बाद कहा कि वंडर वूमने लोगों को न्याय दिलाने, शांति कायम करने और समानता लाने के लिए जानी जाती हैं। यह अब यूएन से जुड़े अभियान का एक चेहरा हैं। यूएन अंडर सैक्रेट्री क्रिस्टिना गलाच ने कहा कि हमें उम्मीद है कि इस अभियान से जुड़ने के बाद यह वंडर वूमेन नए ऑडिएेंस तक संयुक्त राष्ट्र का मैसेज पहुंचाने में पूरी तरह से कामयाब होंगी।
'वंंडर वूमेन' के इस्तेमाल पर हो रही UN की जमकर खिंचाई
उन्होंने कहा कि यूएन को इस बात की पूरी उम्मीद है कि कॉमिक बुक की सुपरहीरो और मूवी कैरेक्टर युवतियों को हमारा संदेश पहुंचाने में कामयाब होंगी। गलाच ने कहा कि यूएन की यह कैंपेन महिला सशिक्तकरण को लेकर और इसका स्लोगन 'हर उस चमक्तार के बारे में सोचो, जो हम कर सकते हैं' (Think of all the wonders we can do) है।
गौरतलब है कि कॉमिक बुक की सुपरवूमेन पर आधारित एक टीवी सीरीज लिंडा कार्टर ने अहम भूमिका निभाई थी। 1970 में टीवी पर प्रसारित इस सीरिज को काफी लोकप्रियता भी मिली थी। इसके बाद 1971 में इस सुपरवूमेन पर आधारित एक मूवी में गाल गेडोट मुख्य किरदार के रूप में दिखाई दी थीं। यूएन द्वारा आयोजित एक सादे समारोह के दौरान यह दोनों ही वहां पर मौजूद थीं। इस मौके पर दोनों ने ही खुशी का इजहार किया।
वंडर वूमेन का विरोध करने वालों का कहना है कि कामुकता से परिपूर्ण एक कॉर्टून कैरेक्टर को इस अभियान के लिए लेने की कोई जरूरत नहीं है।
इस मौके पर कार्टर ने कहा कि वह अपने लिए इससे परफेक्ट रोल की कल्पना भी नहीं कर सकती हैं। उन्होंने कहा कि वंडर वूमेन का कैरेक्टर अपने आप में ही स्मार्ट, ब्यूटिफुल और स्ट्रांग होने के साथ-साथ बहादुरी को दर्शाता है।