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मुश्किल हुआ विमान हादसे के सुबूत जुटाना, ब्लैक बॉक्स पर संशय कायम

मिसाइल का निशाना बने मलेशियाई विमान एमएच17 के मलबे की जांच के लिए विशेषज्ञों की टीम यूक्रेन में दुर्घटनास्थल पर पहुंचने लगी है। हालांकि, विद्रोही इसमें अड़चन पैदा कर रहे हैं। इससे विशेषज्ञों के लिए विमान हादसे के सुबूत जुटा पाना मुश्किल हो रहा है। विद्रोही और अंतरराष्ट्रीय पर्यवेक्षक घटनास्थल के पास सुरक्षा क्षेत्र को लेकर सह

By Edited By: Published: Sun, 20 Jul 2014 01:07 AM (IST)Updated: Sun, 20 Jul 2014 07:38 AM (IST)
मुश्किल हुआ विमान हादसे के सुबूत जुटाना, ब्लैक बॉक्स पर संशय कायम

कीव। मिसाइल का निशाना बने मलेशियाई विमान एमएच17 के मलबे की जांच के लिए विशेषज्ञों की टीम यूक्रेन में दुर्घटनास्थल पर पहुंचने लगी है। हालांकि, विद्रोही इसमें अड़चन पैदा कर रहे हैं। इससे विशेषज्ञों के लिए विमान हादसे के सुबूत जुटा पाना मुश्किल हो रहा है। विद्रोही और अंतरराष्ट्रीय पर्यवेक्षक घटनास्थल के पास सुरक्षा क्षेत्र को लेकर सहमत नहीं हो सके हैं।

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विद्रोहियों ने पहले तो विशेषज्ञों के दुर्घटनास्थल तक पहुंचने में अड़चनें पैदा कीं। फिर उन्हें एक सीमा तक ही जाने देने को राजी हुए। पर्यवेक्षकों का कहना है कि हथियारों से लैस विद्रोही उन्हें विमान के मलबे की जांच नहीं करने दे रहे हैं। विद्रोहियों को पर्यवेक्षकों के साथ-साथ मीडिया की उपस्थिति भी रास नहीं आ रही है।

यूक्रेन ने विद्रोहियों के रवैये पर नाराजगी जताते हुए कहा है कि वह जांच में बाधा को बर्दाश्त नहीं करेगा। नीदरलैंड्स और मलेशिया ने जांच कार्य में अड़चन और शवों की हिफाजत में लापरवाही को अमानवीय करार दिया है। यूक्रेन सरकार ने दावा किया है कि विमान पर मिसाइल दागने में रूस समर्थक विद्रोहियों के शामिल होने के उसके पास पुख्ता सुबूत हैं।

यूक्रेन सरकार ने एक बयान में कहा, 'रूस की मदद से आतंकी इस अंतरराष्ट्रीय अपराध के साक्ष्य नष्ट करने की कोशिश कर रहे हैं।' इस सबके बीच रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने विद्रोहियों से जांच में सहयोग करने की अपील की है। शनिवार को पुतिन से नीदरलैंड्स के प्रधानमंत्री और जर्मनी की चांसलर एंजिला मर्केल ने भी बात की। नीदरलैंड्स के प्रधानमंत्री ने पुतिन से कहा कि यह रूस के लिए मदद का आखिरी मौका है।

एम्सर्टडम से कुआलालंपुर जा रहे मलेशियाई विमान पर गुरुवार को पूर्वी यूक्रेन के हवाई क्षेत्र में मिसाइल से हमला हुआ था। विमान का मलबा 18 किलोमीटर के दायरे में बिखरा हुआ है। हालांकि, जांच की परिधि को कुल 25 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र तक रखा जाना है। यूक्रेन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि अब तक 186 शव बरामद कर लिए गए हैं। घटनास्थल पर पहुंचे पत्रकारों के अनुसार कुछ शव अभी भी इधर-उधर पड़े हैं और अब वे सड़ने लगे हैं।

इंटरपोल ने कहा है कि वह मारे गए यात्रियों की पहचान में मदद के लिए एक टीम भेजेगा। विमान के ब्लैक बॉक्स के बारे में अब तक पुख्ता जानकारी नहीं मिल सकी है। पहले कहा गया था कि यह विद्रोहियों के हाथ लग चुका है। कुआलालंपुर में मलेशिया एयरलाइंस ने विमान में सवार सभी 298 लोगों की राष्ट्रीयता के बारे में पुष्टि कर दी।

उसकी ओर से जारी सूची के अनुसार विमान में नीदरलैंड्स के 192, चालक दल के15 सदस्यों समेत मलेशिया के 44, ऑस्ट्रेलिया के 27, इंडोनेशिया के 12, ब्रिटेन के 10, जर्मनी-बेल्जियम के चार-चार, फिलीपींस के तीन और कनाडा-न्यूजीलैंड के एक-एक नागरिक थे।

रूस के खिलाफ नरम पड़े ब्रिटेन-नीदरलैंड्स

मलेशियाई विमान को मार गिराने में यूक्रेनी विद्रोहियों का हाथ होने की आशंका गहराते देख रूस के प्रति ब्रिटेन और नीदरलैंड्स के सुर नरम पड़ गए हैं। इन दोनों देशों ने कहा है कि यूरोपीय यूनियन रूस के बारे में अपने नजरिये पर नए सिरे से विचार करेगा। इस बारे में ब्रिटेन और नीदरलैंड्स प्रधानमंत्री डेविड कैमरन और मार्क रूट ने फोन पर बातचीत भी की।


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