राष्ट्रपति बनने के बाद पहली बार किसी मुस्लिम देश जाएंगे ट्रंप, देंगे इस्लाम पर भाषण
ट्रंप की यह पहली विदेश यात्रा अहम है, क्योंकि घरेलू मोर्च पर उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा है और विदेश नीति के मसले पर उन पर दबाव है।
वॉशिंगटन। डोनाल्ड ट्रंप चंद घंटों बाद बतौर अमेरिकी राष्ट्रपति अपनी पहली विदेश यात्रा पर रवाना होंगे। नौ दिवसीय मैराथन यात्रा के पहले चरण में वे सऊदी अरब जाएंगे, जहां उन्हें कैचअप के साथ उनका पसंदीदा टिक्का परोसा जाएगा। पूरी दुनिया की नजर इस पर भी है कि यहां 55 देशों के प्रतिनिधियों के सामने ट्रंप इस्लाम पर क्या बोंलेंगे।
ट्रंप की यह पहली विदेश यात्रा अहम है, क्योंकि घरेलू मोर्च पर उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा है और विदेश नीति के मसले पर उन पर दबाव है। दुनिया के मंच पर खुद को साबित करने का ट्रंप के सामने यह पहला मौका है।
करेंगे आर्म डील,सन-इन-लॉ ही है ब्रोकर
उम्मीद की जा रही है कि ट्रंप यहां आर्म्स डील करेंगे। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, आगामी दस साल में 100 बिलियन डॉलर की खरीद-फरोख्त होगी। इस डील में ट्रंप का सन-इन-लॉ ही ब्रोकर है। इसके अलावा ट्रंप 'अरब नाटो' पर भी मंथन करेंगे, जिसमें सऊदी अरब, यूएई, इजिप्ट और जॉर्डन को शामिल किया जा सकता है। इस्लामिक स्टेट के खिलाफ लड़ने में यह संगठन बहुत अहम भूमिका निभा सकता है।
यह है पूरा कार्यक्रम
20 से 21 मई को ट्रंप सऊदी अरब में रहेंगे। इसके बाद 22 मई को उनका एयरफोर्स वन इजराइल के लिए उड़ान भरेगा। वहां ट्रंप की बेन्यामिन नेतन्याहू से मुलाकात होना है। 23 मई को बेथलेहम शहर में रहेंगे। 24 मई को वेटिकन पहुंचेंगे और पोप से मिलेंगे। 25 मई को बेल्जियम के ब्रसेल्स में रहेंगे और नाटो के सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। यहां से जी-7 समिट में हिस्सा लेने के लिए सिसिली रवाना होंगे और वहां भी दो दिन बिताएंगे।
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