संयुक्त अरब अमीरात का दावा, इतने साल में मंगल ग्रह पर बसा देंगे शहर
तीन साल पहले बनाई थी स्पेस एजेंसी, अब अगले सौ साल में बस्ती बसाना चाहता है यह देश।
दुबई। मंगल ग्रह पर जहां जीवन की संभावनाएं तलाशने की कोशिशें हो रही हैं, वहीं संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने दावा किया है कि उसने 2117 तक इस लाल ग्रह पर शहर बसाने की योजना बनाई है। इस प्रोजेक्ट को 'मार्स 2117' नाम दिया गया है। यानी योजना के मुताबिक, 100 साल में इन्सान मंगल ग्रह पर रहने लगेगा।
दुबई में यह प्रोजेक्ट लांच किया जा चुका है। प्रोजेक्ट के कर्ताधर्ता शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मख्तुम हैं। यूएई ने तीन साल पहले अपनी स्पेस एजेंसी बनाई थी। शेख ने बताया, दूसरे ग्रह पर जाकर बसना इन्सान का सबसे बड़ा सपना है। यूएई इस सपने को साकार करना चाहता है। इसके लिए वह दूसरे देशों के प्रयासों में मदद करेगा।
2020 में छोड़ा जाएगा ग्रह
- यूएई ने अपने पहले मिशन को 'मार्स होप' नाम दिया है, जिसके तहत 2020 में एक यान मंगल पर भेजा जाएगा।
- यह यान मंगल ग्रह से 14 हजार मील ऊपर उड़ते हुए वहां के पर्यावरण को अध्ययन करेगा।
- इसकी कामयाबी पर आगे की रणनीति तय की जाएगी।
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ये कंपनियां भी दौड़ में
पिछले साल अक्टूबर में स्पेसएक्स कंपनी के प्रमुख एलोन मस्क ने घोषणा की थी कि वह जल्द ही लाल ग्रह पर कुछ लोगों भेजेंगे। इसी तरह डच ऑर्गेनाइजेशन 'मार्स वन' भी घोषणा कर चुकी है कि हम 2027 तक मंगल ग्रह पर मानव को पहुंचा देंगे।
'मार्स वन' के सीईओ बास लेंडसडोर्प ने एक इंटरव्यू में कहा था कि हमारे कुछ एस्ट्रोनॉट 2027 तक हमेशा के लिए धरती को छोड़ देंगे। उनकी मार्स पर एक स्थायी कॉलोनी बनाने की योजना है, जो इंसानों के रहने के लिए पूरी तरह अनुकूल होगी।
प्रति व्यक्ति 10 बिलियन डॉलर खर्च आएगा
एक अनुमान के मुताबिक, लाल ग्रह पर जाने के लिए प्रति व्यक्ति 10 बिलियन डॉलर खर्च आएगा।
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