Move to Jagran APP

नई पीढ़ी के अंतरिक्ष यान के लिए ट्रेनिंग में जुटीं सुनीता विलियम्स

इसका प्राथिमक काम क्रू को अंतारष्ट्रीय स्पेस स्टेशन तक पहुंचाना और उन्हें बिगिलो एरोस्पेस कमर्शियल स्पेस स्टेशन की तरह स्पेश स्टेशन मुहैया कराना होगा।

By Atul GuptaEdited By: Published: Thu, 28 Apr 2016 12:13 PM (IST)Updated: Thu, 28 Apr 2016 06:23 PM (IST)
नई पीढ़ी के अंतरिक्ष यान के लिए ट्रेनिंग में जुटीं सुनीता विलियम्स

वाशिंगटन, प्रेट्र। भारत में जन्मीं सुनीता विलियम्स व नासा के दूसरे अंतरिक्ष यात्री अगली पीढ़ी के अंतरिक्षयान के लिए प्रशिक्षण की तैयारी में जुट गए हैं। यह अंतरिक्ष यान चालक दल को अंतरिक्ष स्टेशन आइएसएस ले जाएगा।नए अंतरिक्षयान सीएसटी-100 स्टारलाइनर क्रू कैप्सूल का डिजाइन बोइंग ने बिगेलो एयरोस्पेस के साथ मिलकर बनाया है।

loksabha election banner

इसका मिशन क्रू सदस्यों को आइएसएस पहुंचाना है। नासा ने पिछले साल जुलाई में 50 वर्षीय सुनीता, बॉब बेहंकेन, डग हर्ले और एरिक बोए को टेस्ट फ्लाइट के प्रशिक्षण के लिए चुना था। एजेंसी ने बताया कि अभी यह फ्लाइट तय नहीं है। इसलिए सभी चारों अंतरिक्षयात्री स्टारलाइनर के लिए अभ्यास कर रहे हैं।

सुनीता ने कहा, 'इसमें टचस्क्रीन डिस्प्ले की सुविधा भी है। यह पहले के अंतरिक्षयानं से ज्यादा उपयोगी है।' सुनीता इस साल फरवरी में नासा के प्रतिनिधिमंडल के साथ भारत के दौरे पर आई थीं। इस प्रतिनिधिमंडल की अंतरिक्ष में सहयोग के लिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के साथ बातचीत हुई थी।

पढ़ें- प्राइवेट स्पेसक्राफ्ट से अंतरिक्ष जाएंगे नासा के अंतरिक्षयात्री


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.