यमन में वायुसैनिक ठिकाने पर कब्जा के लिए संघर्ष
सऊदी अरब के नेतृत्व वाली गठबंधन सेना और हाउती मिलिशिया के बीच रविवार को अदन के उत्तर में स्थित यमन के सबसे बड़े वायुसैनिक अड्डे पर कब्जा को लेकर संघर्ष छिड़ गया। इस बीच यमन में सऊदी अरब के नेतृत्व में किए गए हवाई हमले में मरने वालों की संख्या
सना। सऊदी अरब के नेतृत्व वाली गठबंधन सेना और हाउती मिलिशिया के बीच रविवार को अदन के उत्तर में स्थित यमन के सबसे बड़े वायुसैनिक अड्डे पर कब्जा को लेकर संघर्ष छिड़ गया। इस बीच यमन में सऊदी अरब के नेतृत्व में किए गए हवाई हमले में मरने वालों की संख्या 120 हो गई।
प्रमुख दक्षिण बंदरगाह शहर से 50 किलोमीटर दूर स्थित अल अनद वायुसैनिक अड्डा पर हाउती ने कब्जा जमा रखा है। अदन पर पूर्ण नियंत्रण के लिए इसे रणनीतिक स्थान माना जाता है। गठबंधन सेना के प्रवक्ता ने बताया कि वायुसैनिक अड्डे पर कब्जे के लिए लड़ाई जारी है।
गठबंधन के विमानों ने शनिवार रात और रविवार सुबह में सना के नजदीक हमले किए। क्षेत्र में मानवीय सहायता पहुंचाने के लिए रविवार से पांच दिन के युद्धविराम की घोषणा की गई है। युद्धविराम लागू होने पहले ये हमले हुए।
उधर, यमन के रेड सी शहर में सऊदी अरब के नेतृत्व में किए गए हवाई हमले में मरने वालों की संख्या 120 पहुंच गई है। मार्च में शुरू हुए अभियान के बाद नागरिकों के खिलाफ यह अब तक का सबसे भीषण हवाई हमला है।
अधिकारियों ने बताया कि शुक्रवार को किए गए हवाई हमले में मोखा में एक बिजली संयंत्र के कामगारों के लिए बने घर तबाह हो गए और कुछ इमारतें जमींदोज हो गईं।