पनामा पेपर्स मामला: शरीफ के बेटे की याचिका पर विशेष अदालत करेगी सुनवाई
शरीफ के बड़े बेटे हुसैन नवाज ने जेआईटी के दो अधिकारियों पर अंदेशा जताते हुए उन्हें हटाए जाने की मांग की है।
इस्लामाबाद, एएनआइ। तीन न्यायधीशों की एक विशेष पीठ पाक प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के बेटे की याचिका पर सुनवाई करेगी। इसमें पनामा पेपर्स लीक मामले में पारिवारिक जांच के लिए गठित ज्वाइंट इंवेस्टीगेशन टीम (जेआइटी) में दो अधिकारियों की मौजूदगी पर आपत्ति जताई है।
शरीफ के बड़े बेटे हुसैन नवाज ने अधिकारियों की नियत पर शक जताया है कि वे जेआइटी के तथ्यों व सबूतों को छिपा सकते हैं और उनके परिवार के लिए पक्षपाती व अनुचित साबित हो सकते हैं। इसके मद्देनजर हुसैन ने सही व निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करने के लिए दोनों अधिकारियों को जेआइटी से हटाने की मांग करते हुए यह याचिका दायर की है।
एक्सप्रेस ट्रिब्यून के अनुसार, अधिकारियों के नाम आमेर अजीज और बिलाल रसूल हैं, जो क्रमश: स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान और सिक्युरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन ऑफ पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व करते हैं। हुसैन ने आरोप लगाया है कि इनमें से एक अधिकारी पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ का करीबी दोस्त है और दूसरा कथित तौर पर पंजाब के पूर्व गवर्नर मियान अजहर का रिश्तेदार है जो कि पीएमएल-क्यू के संस्थापक सदस्य रहे हैं और मौजूदा समय में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के साथ गठबंधन में हैं।
इस बीच बता दें कि जेआइटी ने शरीफ और उनके दोनों बेटों को प्रश्न पत्र भेजा है। एडिशनल डायरेक्टर जनरल वाजिद जिया ने भी प्रधानमंत्री और उनके बेटों को अपना औपचारिक बयान दर्ज करने के लिए पत्र लिखा है।
यह भी पढ़ें: ट्रंप के बजट पर बिफरीं क्लिंटन, बताया इसे अमेरिकियों का तिरस्कार