जीका का खौफ: बच्चों में दिख रहे हैं अजीबोगरीब लक्षण
मध्य अमेरिका के सबसे छोटे और घनी आबादी वाले देश अल साल्वाडोर ने समूचे मध्य अमेरिका की महिलाओं को सलाह दी है कि वह 'जीका' वायरस के खतरे को देखते हुए वर्ष 2018 तक गर्भधारण करने की योजना ना बनाएं।
अल सल्वाडोर। ब्राजील ने अपने पड़ोसियों से जीका वायरस से लड़ने के लिए एकजुट होने का आग्रह किया है जिसकी वजह से क्षतिग्रस्त मस्तिष्क वाले बच्चे पैदा हो रहे हैं। वहीं, एयरलाइनों ने क्षेत्र की यात्रा करने से डर रहीं गर्भवती महिलाओं का किराया वापस करने की पेशकश की है।
बढ़ रहे खतरे के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने तेजी से फैल रहे वायरस पर त्वरित गति से अनुसंधान करने को कहा है। इस वायरस ने अमेरिका और यूरोप से आने वाले यात्रियों को संक्रमित किया है। मच्छर जनित इस वायरस से ब्राजील सर्वाधिक प्रभावित है।
कहा जा रहा है कि इस वायरस की वजह से बड़ी संख्या में अविकसित मस्तिष्क या असामान्य रूप से छोटे सिर वाले बच्चे पैदा हो रहे हैं।
20 देशों में फैल चुका है जीका वायरस
यह स्थिति अधिकारियों को चिंतित कर रही है क्योंकि देश ओलंपिक की तैयारी कर रहा है जिसमें अगस्त में रियो डे जैनेरियो में विश्वभर से हजारों लोग जुटेंगे। जिका वायरस लैटिन अमेरिका के करीब 20 देशों में फैल चुका है और विश्व स्वास्थ्य संगठन को कनाडा और चिली को छोड़कर प्रत्येक अमेरिकी देश में इसके फैलने की आशंका है। डेनमार्क और स्विटजरलैंड लैटिन अमेरिका से लौट रहे लोगों में जिका संक्रमण की रिपोर्ट देने के लिए यूरोपीय देशों की बढ़ती संख्या में जुड़ गए हैं।
तो वहीं मध्य अमेरिका के सबसे छोटे और घनी आबादी वाले देश अल साल्वाडोर ने समूचे मध्य अमेरिका की महिलाओं को सलाह दी है कि वह 'जीका' वायरस के खतरे को देखते हुए वर्ष 2018 तक गर्भधारण करने की योजना ना बनाएं। डेंगू की ही तरह मच्छरों के माध्यम से फैलने वाले 'जीका' वायरस से विश्व के दर्जनों देश प्रभावित हो रहे हैं।
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सल्वाडोर की सरकार का कहना है कि हम पहली बार इस वायरस के हमले का सामना कर रहे हैं और पहला हमला हमेशा जानलेवा होता है। पिछले साल ही सल्वाडोर में पहली बार जीका वायरस के संदिग्ध मामले पाए गए थे जिसके बाद तेजी से फैले इस वायरस के अब तक हजारों मामले सामने आ चुके हैं।
'जीका' नाम का यह वायरस मध्य अमेरिकी और कैरेबियन देशों में महामारी का रुप धारण कर चुका है जहां लगभग चार हजार बच्चे बेहद छोटे विकृत वाले सिर के साथ पैदा हुए हैं।
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जीका वायरस के लक्षण
जीका वायरस से संक्रमित हर पांच में से एक में ही इसके लक्षण दिखते हैं। आम तौर पर संक्रमित व्यक्तियों में जोड़ों में तेज दर्द, आंखें लाल होना, मतली, चिड़चिड़ापन या बेचैनी जैसे लक्षण दिखाई देते हैं।
कहां से आया जीका
जीका का पहला मामला1947 में युगांडा में मिला था। वर्ष 2015 तक यह वायरस अफ्रीका, एशिया और प्रशांत द्वीपों में भी पाया गया जो अब फैलते हुए अब 14 देशों में में जा चुका है।जीका वायरस को एडीज मच्छर फैलाता है, इसलिए मच्छर के काटने से बचना सबसे जरूरी बचाव है।
बचाव
अब तक इस वायरस से निपटने के लिए कोई वैक्सीन या दवा नहीं बनी है। फिलहाल तो हर हाल में मच्छरों के काटने से बचना ही एकमात्र एक उपाय है।