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आतंकियों की शरणस्थली बना पाकिस्तान का सिंध प्रांत

अमेरिका के एक सिंधी संगठन ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा है कि पाकिस्तान का सिंध प्रांत तेजी से आतंकियों की शरणस्थली बनता जा रहा है। बुधवार को जारी रिपोर्ट में कहा गया कि जेहादी संगठन यहां बड़ी संख्या में मदरसे चला रहे हैं और देश के नेतृत्व में उनके

By Murari sharanEdited By: Published: Wed, 02 Sep 2015 05:46 PM (IST)Updated: Wed, 02 Sep 2015 05:53 PM (IST)

वाशिंगटन । अमेरिका के एक सिंधी संगठन ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा है कि पाकिस्तान का सिंध प्रांत तेजी से आतंकियों की शरणस्थली बनता जा रहा है। बुधवार को जारी रिपोर्ट में कहा गया कि जेहादी संगठन यहां बड़ी संख्या में मदरसे चला रहे हैं और देश के नेतृत्व में उनके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए राजनीतिक इच्छाशक्ति की कमी है।

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सिंध से हुई थी मुंबई हमले की निगरानी

वाशिंगटन स्थित सिंधी फाउंडेशन ने 'राइस ऑफ रिलिजियस एक्सट्रीमिज्म इन सिंध' नामक रिपोर्ट जारी की। इसमें कहा गया कि मुंबई पर किए गए आतंकी हमले की निगरानी उसके साजिशकर्ताओं ने सिंध में स्थापित नियंत्रण कक्ष से की थी। रिपोर्ट में आरोप लगाया गया कि जब तक पाकिस्तान की सेना 'किल एंड डंप पॉलिसी' के तहत सिंधी राष्ट्रवादियों को जबरन गायब करने में शामिल रहेगी, तब तक धार्मिक आतंकी संगठन सिंधी हिंदुओं के पूजास्थलों पर हमले करते रहेंगे और उनकी बेटियों का जबरन धर्म परिवर्तन करवाकर उन्हें मुस्लिम बनाते रहेंगे।

हाफिज सईद का भी जिक्र

रिपोर्ट के मुताबिक आतंकियों को ज़़ड से हटाने और धार्मिक चरमपंथ के सिंध तक सीमित रहने की कोई संभावना नहीं दिख रही। हाफिज सईद और उसका जमात-उद-दावा जैसे कई संगठन हैं, जिन्हें सिर्फ सिंध में ही नहीं बल्कि आतंकवाद को विदेशों तक फैलाने में भी छूट हासिल है। सिंध की प्रांतीय सरकार के गृह विभाग का कहना है कि सिंध में 4021 मदरसे हैं। वहीं, सरकार की रिपोर्ट आतंकवाद से जुडे सिर्फ दो दर्जन मदरसों की ही पहचान करती है।


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