पेशावर हमला: मां बनी हमले की शिकार, दोनों बच्चे सुरक्षित
आर्मी स्कूल पर तालिबान आतंकियों के हमले में कई मांओं की गोद सूनी हो गई तो सैय्यद बाकिर नकवी के सिर से मां का साया हमेशा-हमेशा के लिए उठ गया। नकवी मिलिट्री स्कूल में नौवीं का छात्र है। संयोग से गोली लगने के बाद भी इलाज के बाद उसकी जान
पेशावर। आर्मी स्कूल पर तालिबान आतंकियों के हमले में कई मांओं की गोद सूनी हो गई तो सैय्यद बाकिर नकवी के सिर से मां का साया हमेशा-हमेशा के लिए उठ गया। नकवी मिलिट्री स्कूल में नौवीं का छात्र है। संयोग से गोली लगने के बाद भी इलाज के बाद उसकी जान बचा ली गई। नकवी के साथ इसी स्कूल में छात्र उसका भाई सैय्यद सितावत अली भी महफूज है लेकिन मां सैयदा फरहत बीबी जाफरी आतंकियों की शिकार बन गईं। फरहत इसी स्कूल में अरबी और उर्दू की शिक्षिका थीं।
नकवी याद करते हैं, 'आडिटोरियम में आतंकियों की अंधाधुंध गोलीबारी से बचने के लिए वह एक कुर्सी के पीछे छिप गए थे। हमलावरों ने सबसे पहले स्टेज पर मौजूद लोगों को निशाना बनाया और उसके बाद पहली कतार के लोगों पर गोलियां बरसानी शुरू कर दीं।' बकौल नकवी, 'आतंकियों ने उनकी शिक्षिका को ताबड़तोड़ तीन गोलियां मारीं।'
नकवी ने कहा, 'एक आतंकी ने मेरे बगल में छिपे एक छात्र के सिर में गोली मार दी, जिससे उसकी वहीं मौत हो गई। मुझे लगा अब वह मुझे भी मार डालेगा, लेकिन उसी वक्त वह आगे बढ़ गया। कुछ ही मिनट के बाद लौटे आतंकी ने मुझे देख लिया और मेरे सिर पर गोली चला दी, मैंने अपना सिर नीचे कर लिया। गोली सिर को छूती हुई निकल गई। वहां से खून निकलने लगा। इसके बाद आतंकी वहां से निकल गए।' हमलावारों का निशाना इसी स्कूल में टीचर नकवी की मां बन गईं, जिन्हें मार दिया गया।
आतंक निरोधक राष्ट्रीय योजना तैयार करेगा पाक
पाकिस्तान एक हफ्ते में आतंक निरोधक राष्ट्रीय योजना तैयार कर लेगा। प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने देश के वरिष्ठ नेताओं से कहा है कि वह आतंक के खिलाफ तब तक लड़ाई जारी रखेंगे जब तक पाकिस्तान की धरती से आखिरी आतंकी का खात्मा नहीं हो जाता। शिन्हुआ न्यूज के अनुसार अच्छे और बुरे तालिबान में कोई फर्क नहीं किया जाएगा। राष्ट्रीय भावना के साथ आतंक के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी।