बुगती के प्रत्यर्पण के लिए इंटरपोल के संपर्क में पाकिस्तान
बुगती ने हाल ही में भारत से राजनीतिक शरण मांगी है लेकिन फिलहाल वह स्विट्जरलैंड में हैं। बुगती के आवेदन का भारतीय गृह मंत्रालय परीक्षण कर रहा है।
इस्लामाबाद, आइएएनएस। बलूच नेता बरहमदाग बुगती के प्रत्यर्पण के लिए पाकिस्तानी एजेंसियां इंटरपोल के संपर्क में हैं। प्रत्यर्पण के लिए औपचारिक पत्र जल्द ही इंटरपोल को भेज दिया जाएगा। यह जानकारी पाकिस्तान के गृह मंत्री चौधरी निसार अली ने दी है।
बुगती ने हाल ही में भारत से राजनीतिक शरण मांगी है लेकिन फिलहाल वह स्विट्जरलैंड में हैं। बुगती के आवेदन का भारतीय गृह मंत्रालय परीक्षण कर रहा है। बुगती बलूच रिपब्लिकन पार्टी के अध्यक्ष हैं, जिस पर पाकिस्तान ने प्रतिबंध लगा रखा है। एक सवाल के जवाब में चौधरी ने कहा, बुगती को शरण देने से साफ हो जाएगा कि बलूचिस्तान में हो रही आतंकी वारदातों के पीछे भारत है। बुगती वांछित आतंकी है, उसको देश में रखने पर भारत बेपर्दा हो जाएगा। वैसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने भाषण में बलूचिस्तान की चर्चा करके साबित कर चुके हैं कि वह पाकिस्तान के अंदरूनी मामलों में हस्तक्षेप करते हैं। एक अन्य सवाल के जवाब में चौधरी निसार अली ने कहा कि उड़ी हमले के मामले में भारत बिना सुबूत पाकिस्तान पर आरोप लगा रहा है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है।
अमेरिका में भारतीयों और बलूचों का प्रदर्शन
आतंकवाद को प्रश्रय देने की पाकिस्तान की नीति के खिलाफ शुक्रवार को बलूच राष्ट्रवादियों ने भारतीय मूल के अमेरिकियों के साथ पाक के ह्यूस्टन स्थित वाणिज्य दूतावास के बाहर प्रदर्शन किया। ये लोग मानवाधिकार हनन, अपहृत नागरिकों की हत्या, महिलाओं के साथ बलात्कार और कायरतापूर्ण आतंकी हमलों के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। प्रदर्शन में बलूच आंदोलन समर्थक अमेरिकी भी शामिल हुए और उन्होंने अमेरिकी सरकार से पाकिस्तान को सभी तरह की आर्थिक सहायता बंद करने की मांग की। वे अपने हाथ में मांगों वाले कार्ड भी लिए हुए थे। आंदोलन का समापन प्रदर्शनकारियों ने अमेरिका और भारत के राष्ट्र गान गाकर किया।
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