‘भारत का अनुकरण’ वाले चीफ बाजवा के बयान से पाक आर्मी का इंकार
पिछले हफ्ते पाकिस्तानी अखबार में पाक आर्मी चीफ का एक बयान छपा जिसके अनुसार उन्होंने भारत का अनुकरण करने को कहा लेकिन अब पाक आर्मी इसे गलत बता रही है।
नई दिल्ली (जेएनएन)। पाकिस्तान की आर्मी ने भारतीय व पाकिस्तानी प्रेस के उस बात से इंकार किया जिसके अनुसार उनके चीफ कमर बाजवा ने भारत का अनुकरण करने को कहा था। पाकिस्तान के मेजर जनरल आसिफ गफूर ने रविवार को ट्वीट किया, जिसमें कहा गया कि बाजवा ने अपनी आर्मी को भारत से सीख लेने की सलाह नहीं दी।
'द नेशन' में छपी थी खबर
बता दें कि पहले पाकिस्तानी अंग्रेजी दैनिक ‘द नेशन’ में छपे एक रिपोर्ट के अनुसार बाजवा ने कहा था, ‘सरकार चलाने की कोशिश करना फौज का काम नहीं है। फौज को संविधान से परिभाषित अपनी भूमिका तक सीमित रहना चाहिए। बाजवा ने अपने अधिकारियों से कहा कि वे आजादी के बाद असैनिक सरकार के साथ भारतीय सेना के रिश्तों के बारे में येल यूनिवर्सिटी के राजनीति शास्त्र एवं अंतरराष्ट्रीय संबंधों के प्रोफेसर स्टीवन आई विल्किंसन की लिखी किताब ‘आर्मी एंड नेशन’ पढ़ें।
येल यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर हैं लेखकNews / comments quoting COAS' address to officers at Rawalpindi regarding book 'Army and Nation' is a disinformation. pic.twitter.com/vR8sjDIyw1
— Maj Gen Asif Ghafoor (@OfficialDGISPR) February 19, 2017
इस किताब को येल यूनिवर्सिटी के इंडियन एंड साउथ एशियन स्टडीज के प्रोफेसर स्टीवन आई विल्किन्सन ने लिखा है। वर्ष 2015 में आई इस किताब में यह जानकारी दी गई है कि कैसे और क्यों भारत अपनी सेना को राजनीति से दूर रखने में सफल हो पाया है जबकि बाकी देश इस मसले पर पूरी तरह से विफल हो चुके हैं। किताब में राजनीतिक और विदेशी नीतियों के साथ ही रणनीतिक चर्चाओं के बारे में भी बताया गया है जिसकी वजह से 'सेना भारतीय लोकतंत्र' के लिए सुरक्षित बन सकी। इस किताब में इस बात की भी विस्तृत जानकारी है कि भारत में लोकतंत्र क्यों सफल हुआ।
पाकिस्तान की अखबार में छपे इस रिपोर्ट के बाद भारत और पाकिस्तान में मुद्दा गर्म हो गया विशेषकर पाकिस्तान में जहां मिलिट्री शासन रहा है।