Move to Jagran APP

चीन की ओबीओआर परियोजना अमेरिका के लिए गंभीर चुनौती

चीन विकास बैंक और वहां के आयात-निर्यात बैंक के रिकॉर्ड बताते हैं कि इस परियोजना पर चार से आठ खरब डॉलर खर्च होने हैं।

By Rajesh KumarEdited By: Published: Thu, 27 Apr 2017 08:40 PM (IST)Updated: Thu, 27 Apr 2017 08:46 PM (IST)
चीन की ओबीओआर परियोजना अमेरिका के लिए गंभीर चुनौती
चीन की ओबीओआर परियोजना अमेरिका के लिए गंभीर चुनौती

वाशिंगटन, प्रेट्र : चीन की वन बेल्ट वन रोड (ओबीओआर) की पहल अमेरिका के लिए गंभीर रणनीतिक चुनौती है। इस परियोजना के दूरगामी परिणामों पर गंभीरता से विचार होना चाहिए। यह बात विदेशी मामलों के शीर्ष अमेरिकी विशेषज्ञ एश्ले टेलीस ने सीनेट की रक्षा मामलों की समिति के समक्ष कही है।

loksabha election banner

कार्नेगी एंडोवमेंट फॉर इंटरनेशनल पीस के पदाधिकारी टेलीस ने कहा, ओबीओआर की विस्तार योजना और उसका स्तर बेचैन कर देने वाला है। चीन विकास बैंक और वहां के आयात-निर्यात बैंक के रिकॉर्ड बताते हैं कि इस परियोजना पर चार से आठ खरब डॉलर खर्च होने हैं। यह यूरोप और एशिया के बड़े हिस्से से रोड, रेल और जलमार्ग से जुड़ने की चीन की महात्वाकांक्षी योजना है। इसका आर्थिक महत्व भी है और राजनीतिक महत्व भी। इसलिए इस परियोजना का भू-रणनीतिक असर न देखना गलती होगी।

चीन उभरती हुई वैश्विक शक्ति है। उसकी आर्थिक और राजनीतिक महात्वाकांक्षा का सीधा असर अमेरिका के क्षेत्रीय मित्र देशों पर पड़ेगा। चीन के प्रयास को केवल आर्थिक नजरिये से देखना ही ठीक नहीं होगा बल्कि यह समझना पड़ेगा कि वह इस संपर्क मार्ग से दूर तक अपनी सेना को आसानी से भेज पाने में सक्षम हो जाएगा। ऐसे में आर्थिक रूप से उस पर निर्भर देश किस प्रकार से उसे सहयोग देने से इन्कार कर पाएंगे। चीन की योजना इसी तरीके से एशिया-प्रशांत क्षेत्र में अपने पांव पसारने की है।

प्रिंस्टन यूनिवर्सिटी के एरॉन फ्रीडबर्ग ने भी टेलीस की सोच से सहमति जताई। उन्होंने कहा, चीन की कवायद सीमित नहीं है बल्कि वह समुद्री मार्गो पर भी अपना अधिकार चाहता है। वह नए-नए नियम और समझौते करके देशों को जोड़ रहा है। उससे सतर्क रहकर नीति बनाने की जरूरत है। उल्लेखनीय है कि ओबीओआर चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग की महात्वाकांक्षी परियोजना है।

यह भी पढ़ें: आखिर क्यों भारत के इन सांपों पर है चीन की नजर, जानिए हकीकत


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.