पेरिस में लेबर कानून में बदलाव को लेकर प्रदर्शन उग्र, 24 पुलिसकर्मी जख्मी
फ्रांस सरकार को श्रम कानून में बदलाव को लेकर लोगों का जबरदस्त विरोध झेलना पड़ रहा है। शुक्रवार को हुए प्रदर्शन के दौरान उग्र भीड़ ने कुछ गाडियों को आग भी लगा दी।
पेरिस (एएफपी)। फ्रांस में नए लेबर लॉ को लेकर हो रहे धरना-प्रदर्शन ने शुक्रवार को उग्र रूप ले लिया। सेंट्रल पेरिस स्क्वायर पर जमा प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की परवाह न करते हुए वहां लगे बैरिकेट फैंक दिए और आगे बढ़ चले। प्रदर्शनकारियों ने वहां मौजूद कुछ वाहनों को भी आग के हवाले कर दिया। पुलिस ने मामले 24 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
जानकारी के मुताबिक करीब सौ प्रदर्शनकारी प्लेस डे ला रिपब्लिक की ओर जाने वाले बैरिकेट्स को तोड़कर आगे बढ़ रहे थे। पुलिस ने इन लोगों को वापस जाने का आदेश भी दिया लेकिन यह लोग नहीं मानें। बदले श्रम कानून के खिलाफ यहां पर गुरुवार रात से ही करीब एक हजार लोग एकत्रित हो चुके थे। इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच कई जगहों पर झड़प भी हुई। इसमें करीब 24 पुलिसकर्मी भी घायल हो गए। इनमें से तीन की हालत बेहद गंभीर बनी हुई है।
गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों से बदले हुए श्रम कानून के विरोध में करीब 17 हजार छात्र और कर्मी मिलकर लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। यह लोग सरकार से बदले कानून को वापस लेने की मांग कर रहे हैं। इन लोगों को डर है कि नया कानून आने के बाद उनके हाथों से रोजगार छिन जाएगा और वह सड़कों पर आ जाएंगे।
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देश के आंतरिक मंत्री बर्नार्ड काजेन्व्यू ने बदलते हालातों के बीच पेरिस अस्पताल का दौरा। वह यहां पर पुलिस के एक अधिकारी की हालत का जायजा लेने पहुंचे थे। पुलिस के मुताबिक पदर्शनकारियों ने इस अधिकारी के सिर पर जबरदस्त हमला किया। उन्होंने माना है कि स्थिति बेहद तनावपूर्ण बनी हुइ है। इसके साथ ही उन्होंने प्रदर्शनकारियों की मांगों काेे मानने से भी साफ इंकार कर दिया। इस दौरान उन्होंने सरकार के विरोधियों पर भी निशाना साधते हुए कहा कि कुछ नेता पेरिस में हुए आतंकी हमलों के बाद यहां पर इमरजेंसी के से हालात होने की बात कह रहे हैं।
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