...जब ब्रिटेन की इस महिला सांसद के लिए एक भारतीय बना 'फरिश्ता'
ब्रिटेन की महिला सांसद ने अपने साथ हुए एक दर्दनाक और भयावह वाकये को जब संसद में साझा किया तो वहां मौजूद सभी बेहद भावुक हो गए।
लंदन (जेएनएन)। ब्रिटेन की संसद में उस वक्त माहौल बेहद भावुक हो गया, जब वहां की दो महिला सांसदों ने अपने साथ हुए रेप और रेप की कोशिशों की बातों को सभी के समक्ष साझा किया। उस वक्त संसद में बैठे माननीयों के लिए यह वाकया बेहद चौंकाने वाला रहा। बाद में दोनों ही महिलाओं को विभिन्न सांसद उनके साथ हुए कुकृर्त्य के लिए सांत्वना देते हुए भी दिखाई दिए।
20 वर्ष की आयु में हुई थी रेप की कोशिश
इस दौरान लेबर पार्टी की महिला सांसद ट्रेसी ब्रेबिन ने सांसदों के समक्ष अपनी कहानी साझा करते हुए बताया कि वह हादसे के काफी समय बाद तक डर के साए में जीती थीं। यह डर उन पर इस कदर हावी था कि वह अपने साथ चाकू लेकर सोती थीं। उन्होंने बताया कि जब वह 20 वर्ष की थीं तब एक अजनबी ने उनके साथ रेप करने की कोशिश की थी। वह इस मामले में अन्यों से खुशनसीब रहींं कि वह अपनी इस कोशिश में कामयाब नहीं हो सका। इसकी वजह एक भारतीय था।
दरअसल उनके पड़ोस में रहने वाले एक भारतीय युवक ने जब ब्रेबिन के साथ हाथापाई और जोर-जबरदस्ती होते हुए देखा तो वह तुरंत मदद के लिए वहां पहुंच गया। उसने न सिर्फ उनके साथ घटित हो सकने वाली किसी अनहोनी को रोक दिया, बल्कि उसको सजा दिलवाने में भी ब्रेबिन का पूरा साथ दिया।
डर से कांप रहा था शरीर
ब्रेबिन ने बताया कि जब वह यूनिवर्सिटी में सेकेंड ईयर की स्टूडेंट थीं, तब एक दिन एक व्यक्ति ने उन्हें अपनी कार के नजदीक से गुजरते हुए देखा। बाद में वह व्यक्ति आगे उनका इंतजार करने लगा। ब्रेबिन उस वक्त तक किसी भी तरह के खतरे से अंजान थीं। उन्होंने बताया कि जब वह उसके सामने से गुजरीं उसने उनका रास्ता रोक लिया। उस वक्त वह बुरी तरह डर गईं और उनका शरीर डर से कांपने लगा था। उस व्यक्ति ने उन्हें नीचे गिरा दिया और उनके साथ रेप करने की कोशिश की। ब्रेबिन ने खुद को बचाने के लिए उस व्यक्ति के साथ हाथापाई भी की और काफी विरोध भी किया, लेकिन यह सब नाकाफी साबित हो रहा था।
उनके लिए फरिश्ता था वह भारतीय
इस दौरान उस व्यक्ति ने उनके साथ काफी मारपीट भी की। तभी उनके पड़ोस में रहने वाला एक भारतीय वहां पर फरिश्ता बनकर पहुंचा और उसने उन्हें बचाया। बाद में उस भारतीय ने आरोपी को सजा दिलवाने में भी ब्रेबिन की मदद की। ब्रेबिन आज तक न तो उस वाकये को ही भूला पाई हैं और न ही अपने उस भारतीय पड़ोसी को भुला सकी हैं। लेकिन इस वाकये ने उन्हें काफी डरा दिया था। अपने इस कड़वे सच को उन्होंने पहली बार किसी के समक्ष जाहिर किया।
मिशेल ने साझा किया दर्द
एेसे ही एक वाकये का जिक्र हाउस ऑफ कॉमंस में मौजूद सांसदों के समक्ष स्कॉटिश सांसद मिशेल थॉमसन ने भी किया। उन्होंने बताया कि जब उनके साथ एक व्यक्ित ने रेप किया, उस वक्त वह केवल 14 वर्ष की थीं। वह इस शब्द से भी अंजान थीं। उनके साथ यह सब उनके ही एक जानने वाले ने किया था। संयुक्त राष्ट्र की तरफ़ से घोषित अंतरराष्ट्रीय दिवस के मौके पर संसद में बहस के दौरान मिशेल ने अपनी निजी जिंदगी से जुड़ी कुछ बातें साझा कीं।
जींस और टीशर्ट पहने थीं मिशेल
मिशेल ने उस वाकये को याद करते हुए बताया कि वह एक यूथ प्रोग्राम में शिरकत करने के बाद वापस घर लौट रहीं थीं। तभी एक व्यक्ति जो कि उनका परिचित था, ने उन्हें घर तक छोड़ने को कहा। उस वक्त उनके लिए यह बेहद साधारण बात थी। उन्होंने बताया कि वह शाम का वक़्त था, अंधेरा नहीं हुआ था और उन्होंने जींस व टीशर्ट पहनी हुई थी।
लग रहा था डर
मिशेल ने बताया कि वह रास्ते से पूरी तरह से वाकिफ थी, लेकिन उस व्यक्ति ने कुछ दिखाने के नाम पर दूसरे रास्ते से उन्हें ले जाने की बात की, जिस पर वह राजी हो गईंं थीं। उस वक्त उन्हें कुछ अलग सा महसूस जरूर हुआ था, लेकिन वह उनका जानकार था इसलिए उन्होंने इस बात को नजरअंदाज कर दिया था। कुछ देर बाद वह एक सुनसान रास्ते पर उस व्यक्ति के साथ बिल्कुल अकेली थीं। उस वक्त उन्हें डर लगने लगा।
कुछ गलत होने का भी अहसास
उन्हें कुछ गलत होने का भी अहसास उस वक्त तक हो चुका था, लेकिन वह यह भी जानती थीं कि वह वहां से भाग नहीं सकती थीं। उन्होंने बताया कि वह उनसे कहीं ज्यादा ताकतवर था और उनका विरोध उसके सामने नाकाफी साबित हुआ। वह हादसे के बाद डर और दर्द से कांप रहीं थीं। हादसे के बाद वह रोती हुई घर पहुंची। इस हादसे की जानकारी उन्होंने हर किसी से छिपाई और वर्षों तक अंदर ही अंदर घुटती रहीं।
हिम्मत कर वाकये को किया साझा
काफी वक्त के बाद उन्होंने अपने एक दोस्त से इस बात को शेयर किया। घटना के करीब 12 वर्ष बाद जब उनका विवाह हुआ था तो उन्होंने अपने पति से भी इस बात को साझा किया। सदन में अपने साथ हुए इस वाकये का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि वह जब भी पीछे मुड़कर देखती हैं तो सोचती हैं कि उन्होंने यह सब कैसे होने दिया। उन्होंने कहा कि वह खुशनसीब हैं कि वह आज एक सुखी वैवाहिक जीवन जी रही हैं।
बाद में मां को भी दी जानकारी
उन्होंने सदन में बताया कि अपने साथ हुए इस हादसे को शेयर करने से पहले उन्होंने कई बार सोचा था। उनके अनुसार लोग अब भी इस तरह की बात को सार्वजनिक नहीं करना चाहते हैं और खासकर उनकी पीढ़ी के लोगों के लिए तो इस तरह की बात को सबके सामने रखना निश्चित तौर पर बहुत ही शर्मनाक है। बाद में उन्होंने काफी हिम्मत कर अपनी मां को भी इस हादसे की जानकारी दी।
डरपोक नहीं, बल्कि मजबूत महिला
मिशेल के अनुसार केवल सेक्स की वजह से रेप नहीं किया जाता, बल्कि इसका संबंध अपनी ताक़त के प्रदर्शन और दूसरों पर नियंत्रण से है। अपनी बात को ख़त्म करते हुए मिशेल ने आख़िर में कहा एक बात जो अब वह महसूस करती हैं वो ये है कि डरपोक वह नहीं बल्कि वो था। वह पीड़ित नहीं हैं बल्कि वह तो इसका मुकाबला करने वाली महिला हैं।