विमान हादसे के बाद अस्पताल में हुई थी नेताजी की मौत
एक ब्रिटिश वेबसाइट ने दावा किया है कि 1945 में विमान हादसे के बाद ताइपे के एक अस्पताल में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की मृत्यु हो गई थी।
लंदन । एक ब्रिटिश वेबसाइट ने दावा किया है कि 1945 में विमान हादसे के बाद ताइपे के एक अस्पताल में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की मृत्यु हो गई थी। उसने यह दावा नेताजी के जापानी दुभाषिये के हवाले से किया। उक्त वेबसाइट 'डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डॉट बोसफाइल्स डॉट इंफो' ने पिछले दिनों यह दावा भी किया था कि नेताजी का सोने का पानी चढ़ा दांत टोक्यो के रेंकोजी मंदिर में रखे अस्थिकलश में है।
वेबसाइट के अनुसार, काजुनोरी कुनीजुका 1943 से 1945 के दौरान नेताजी के दुभाषिये थे। वह अब 98 वर्ष के हैं। उन्होंने अपनी डायरी में बोस के अंतिम दिनों का विस्तार से उल्लेख किया है। उनके अनुसार, नेताजी की मौत 18 अगस्त, 1945 को ताइपे में हुए विमान हादसे के बाद हुई।
एक समाचार पत्र के लंदन स्थित संवाददाता ओकाबे ने वेबसाइट को यह जानकारी दी। ओकाबे ने डायरी की प्रति भी उपलब्ध कराई।
नेताजी के पौत्र और वेबसाइट बनाने वाले आशीष रे ने बताया, 'डायरी जापानी भाषा में लिखी है। हम इसका अनुवाद करवाएंगे। उचित समय पर इसके प्रासंगिक अंशों को पोस्ट करेंगे।'
ओकाबे के अनुसार, कनीजुका जापान के कोबे स्थित ओल्ड पीपुल्स होम में रहते हैं। उन्होंने उनसे मिलकर डायरी की बातों की पुष्टि की है। इससे पहले रे जब ताइपे गए थे, तब कैप्टन केकिची एरे के बेटे युकीची एरे से मिले थे। केकिची उन सात लोगों में थे, जो उस हवाई दुर्घटना के बाद जीवित बचे थे। 1971 में केकिची की मौत हो चुकी है। हालांकि उन्होंने भी अपनी डायरी में लिखा था कि दुर्घटना में आईं चोटों के कारण नेताजी की मौत हुई थी।