Move to Jagran APP

मंगल पर जीवन की तलाश की संभावनाओं का पता लगाने में जुटा है नासा

यदि मंगल ग्रह पर पानी तरल अवस्था में होगा तो वह खारा ही होगा। नासा के ग्लेन रिसर्च सेंटर में विकसित उपकरणों में सेंसर, माइक्रोस्कोप लेंस, रेडियोमीटर हैं।

By Atul GuptaEdited By: Published: Mon, 26 Sep 2016 05:40 PM (IST)Updated: Mon, 26 Sep 2016 06:40 PM (IST)

वाशिंगटन, प्रेट्र । नासा मंगल ग्रह पर जीवन की संभावनाओं की नए सिरे से तलाश करने में जुटा है। इसके लिए वैज्ञानिकों ने पांच विशेष उपकरण विकसित किए हैं। इसकी मदद से लाल ग्रह पर मानव जीवन योग्य वातावरण की मौजूदगी का पता लगाने में मदद मिलने की बात कही गई है। खासकर वहां के धरातल के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी जुटाने की कोशिश की जाएगी।

loksabha election banner

भविष्य में मंगल अभियान के साथ मार्सियन एक्वीयोस हैबिटेट रीकानसंस स्वीट (एमएएचआरएस) भेजा जाएगा। इसमें कई उपकरण होंगे जो वहां खारे गीले क्षेत्र का पता लगाएंगे। प्रोजेक्ट मैनेजर डैन वेंटो ने बताया कि क्षारीय स्थिति जीवन की संभावनाओं के लिए अहम होती है।

यदि मंगल ग्रह पर पानी तरल अवस्था में होगा तो वह खारा ही होगा। नासा के ग्लेन रिसर्च सेंटर में विकसित उपकरणों में सेंसर, माइक्रोस्कोप लेंस, रेडियोमीटर हैं। इसके अलावा खारापन का पता लगाने के लिए भी यंत्र विकसित किया गया है। इनकी मदद से हवा, मिट्टी और सौर ऊर्जा का विश्लेषण किया जाएगा।

पढ़ें- मंगल पर भरपूर मात्रा में मौजूद है हाइड्रोजन गैस


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.