मंगल पर जीवन की तलाश की संभावनाओं का पता लगाने में जुटा है नासा
यदि मंगल ग्रह पर पानी तरल अवस्था में होगा तो वह खारा ही होगा। नासा के ग्लेन रिसर्च सेंटर में विकसित उपकरणों में सेंसर, माइक्रोस्कोप लेंस, रेडियोमीटर हैं।
वाशिंगटन, प्रेट्र । नासा मंगल ग्रह पर जीवन की संभावनाओं की नए सिरे से तलाश करने में जुटा है। इसके लिए वैज्ञानिकों ने पांच विशेष उपकरण विकसित किए हैं। इसकी मदद से लाल ग्रह पर मानव जीवन योग्य वातावरण की मौजूदगी का पता लगाने में मदद मिलने की बात कही गई है। खासकर वहां के धरातल के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी जुटाने की कोशिश की जाएगी।
भविष्य में मंगल अभियान के साथ मार्सियन एक्वीयोस हैबिटेट रीकानसंस स्वीट (एमएएचआरएस) भेजा जाएगा। इसमें कई उपकरण होंगे जो वहां खारे गीले क्षेत्र का पता लगाएंगे। प्रोजेक्ट मैनेजर डैन वेंटो ने बताया कि क्षारीय स्थिति जीवन की संभावनाओं के लिए अहम होती है।
यदि मंगल ग्रह पर पानी तरल अवस्था में होगा तो वह खारा ही होगा। नासा के ग्लेन रिसर्च सेंटर में विकसित उपकरणों में सेंसर, माइक्रोस्कोप लेंस, रेडियोमीटर हैं। इसके अलावा खारापन का पता लगाने के लिए भी यंत्र विकसित किया गया है। इनकी मदद से हवा, मिट्टी और सौर ऊर्जा का विश्लेषण किया जाएगा।