नेपाल में मधेशी दल निकाय चुनाव का बहिष्कार करेंगे
इसी के चलते भारत से लगने वाली नेपाल की सीमा बंद रही थी और नेपाल में तमाम जरूरी चीजों की किल्लत पैदा हो गई थी।
काठमांडू, आइएएनएस। नए संविधान संशोधन विधेयक के विरोध में यूनाइटेड डेमोक्रेटिक मधेशी फ्रंट ने नेपाल में हो रहे स्थानीय निकाय के चुनावों के बहिष्कार का फैसला किया है। ये चुनाव 14 मई को होने हैं।
पूर्व में बने कानून के अनुसार नेपाल में जो परिसीमन किया गया था उसमें मधेशी आबादी के हितों को नुकसान पहुंच रहा था और वह प्रदेश की सत्ता में नहीं पहुंच सकती थी। मधेशियों को आबादी के अनुरूप सरकारी क्षेत्रों में हिस्सा न दिये जाने की भी शिकायत है। इसी के विरोध में 2015 में मधेशियों का महीनों तक आंदोलन चला था जिसमें 50 से ज्यादा लोग मारे गए थे। इसी के चलते भारत से लगने वाली नेपाल की सीमा बंद रही थी और नेपाल में तमाम जरूरी चीजों की किल्लत पैदा हो गई थी।
संसद में पेश करने के लिए इस संशोधन विधेयक को मंगलवार को सचिवालय में सूचीबद्ध कराया गया। प्रस्तावित मसौदे में भी संसदीय क्षेत्र की सीमाओं का पुनर्निर्धारण नहीं किया गया है जो मधेशियों की प्रमुख मांग थी। बुधवार को काठमांडू के तराई मधेश लोकतांत्रिक पार्टी के कार्यालय में हुई बैठक में संशोधन विधेयक के प्रस्तावित बिंदुओं पर चर्चा हुई और इसके विरोध का फैसला किया गया।
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