लापता बच्चा फेसबुक पर मौजूद, कहानी में ट्विस्ट है..
एक ओर तो पुलिस दो साल के बच्चे कायसन बैसिनियो को ढूंढने में लगी है, वहीं दूसरी ओर बच्चा और उसके माता-पिता केवल वर्चुअल दुनिया में मौजूद हैं। यानी परिवार फेसबुक पर लगातार मौजूद है, पर हकीकत में पुलिस उन्हें तलाश करके परेशान हो रही है। गत शुक्रवार को बच्चा शहर के सुपरमार्केट कार पार्क से लापता बताया जा रहा है। स्था
पेरिस। एक ओर तो पुलिस दो साल के बच्चे कायसन बैसिनियो को ढूंढने में लगी है, वहीं दूसरी ओर बच्चा और उसके माता-पिता केवल वर्चुअल दुनिया में मौजूद हैं। यानी परिवार फेसबुक पर लगातार मौजूद है, पर हकीकत में पुलिस उन्हें तलाश करके परेशान हो रही है।
गत शुक्रवार को बच्चा शहर के सुपरमार्केट कार पार्क से लापता बताया जा रहा है। स्थानीय जज ने जहां इसे अगवा प्रकरण मानते हुए जांच शुरू करने के आदेश दिए हैं, वहीं पुलिस को आशंका है कि कही बच्चा सुपरमार्केट के पास स्थित झील में तो नहीं डूब गया।
जैसे-जैसे दिन निकलते जा रहे हैं, जासूसों की कोशिश नाकाम दिखाई दे रही है। बच्चे का कोई पता नहीं है। वास्तव में न तो बच्चे और न ही उसके अभिभावकों की कोई खबर है। पर ये लोग फेसबुक में हैं। पुलिस को बच्चे और उसके पिता की तस्वीरें फेसबुक से प्राप्त हुई हैं, पर इसका कोई प्रमाण नहीं है कि वे सही हैं। पुलिस प्रॉसीक्यूटर एरिक माजौद ने कहा कि अनुसंधान का काम बदल गया है, पर आरोप वही रहेंगे। उनके अनुसार अगवा करने या जब्ती से संबंधित अपराध को काल्पनिक माना जाता है। यह एक लंबी और उलझाऊ प्रक्रिया है।
दरअसल बच्चे के लापता होने का दावा उसकी एक रिश्तेदार महिला ने किया था। उसने पुलिस अधिकारियों को बताया कि उसने पिछले सप्ताह सुपरमार्केट के पास बच्चे को देखा था, इसलिए उसे लगता है कि उसे अगवा कर लिया गया है। उसने जासूसों को बताया कि बैसिनियो और बच्चे की मां अलग-अलग रहते हैं, इसलिए उसे यह नहीं पता कि वे इस समय कहां हैं। जासूस अपने काम में लगे हुए हैं, पर कहानी में घुमावदार मोड़ आने से पशोपेश में हैं। पुलिस को सूचना देने वाली महिला पुलिस की गिरफ्त में है।
अगर वह इस मामले में दोषी पाई गई, तो उसे छह महीने तक की कैद और 7,500 यूरो का जुर्माना हो सकता है। इधर, पुलिस का कहना है कि महिला के दोनों नाबालिग भतीजे और बेटी ने एक नकली फेसबुक अकाउंट बनाकर उसमें इन लोगों की गलत तस्वीरें डाल दी हैं। साथ ही पुलिस का मानना है कि यह काल्पनिक कहानी कई महीने पहले गढ़ी गई है। हो सकता है कि किसी मानसिक रोगी ने ऐसा किया हो या किसी वजह से बदला लेने के ख्याल से यह झूठी कहानी बनाई हो, जांच चल रही है।
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