लश्कर आतंकी ने 26/11 के हमलावरों को दिए थे इंजन
मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड जकीउर रहमान लखवी के साथी अमजद खान ने एक पाकिस्तानी कंपनी से आठ यामहा इंजन खरीदे थे। इन इंजनों का इस्तेमाल आमिर अजमल कसाब सहित अन्य आतंकियों ने एक छोटी नाव से मुंबई पहुंचने के लिए किया था।
इस्लामाबाद। मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड जकीउर रहमान लखवी के साथी अमजद खान ने एक पाकिस्तानी कंपनी से आठ यामहा इंजन खरीदे थे। इन इंजनों का इस्तेमाल आमिर अजमल कसाब सहित अन्य आतंकियों ने एक छोटी नाव से मुंबई पहुंचने के लिए किया था। कंपनी के महाप्रबंधक ने रावलपिंडी की उच्च सुरक्षा वाली अदियाला जेल में मामले की सुनवाई कर रही आतंकरोधी अदालत को बुधवार को यह जानकारी दी।
लखवी नहीं हुआ पेश
एक अधिकारी ने इंजन जापान से लाने और सीमा शुल्क अदा किए जाने की अदालत में पुष्टि की। दो अन्य गवाह भी अदालत में पेश हुए, लेकिन उन्होंने गवाही नहीं दी। इसके बाद मामले की सुनवाई गुरुवार तक स्थगित कर दी गई। दूसरी ओर, निजी पेशी से छूट की लखवी की याचिका पर अब तक कोई फैसला नहीं होने के बावजूद वह सुनवाई में पेश नहीं हुआ।
हमलावरों को दिए थे पैसे
अमजद खान लश्कर-ए-तय्यबा का संगठनकर्ता और फाइनेंसर है। भारत ने मुंबई हमलों को लेकर जितने भी दस्तावेज पाकिस्तान को दिए हैं उनमें से ज्यादातर में उसका नाम है। उसने मुंबई पर हमला करने वाले 10 आतंकवादियों को धन मुहैया कराया था। आतंकरोधी अदालत ने उसे भगोड़ा घोषित कर रखा है।
20 आरोपी, छह ही जेल में
मुंबई में 26 नवंबर 2008 को हुए हमले में 166 लोगों की मौत हो गई थी। 2009 में आतंकरोधी अदालत में दाखिल आरोप-पत्र में 20 आतंकियों के नाम हैं। इनमें से छह अब्दुल वाजिद, मजहर इकबाल, हमाद अमीन सादिक, शाहिद जमीन रियाज, जमील अहमद और यूनिस अंजुम तकरीबन छह साल से अदियाला जेल में हैं। हमले का मास्टरमाइंड लखवी 10 अप्रैल से जमानत पर है।