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ट्रंप के सामने नई चुनौती पेश नहीं कर पाई कोमी की गवाही

गवाही के दौरान रूस और ट्रंप प्रशासन के संबंधों को लेकर कोमी नए तथ्य पेश नहीं कर पाए। उन्होंने जो बातें कही वह पहले ही सामने आ चुकी है।

By Manish NegiEdited By: Published: Fri, 09 Jun 2017 07:44 PM (IST)Updated: Fri, 09 Jun 2017 07:44 PM (IST)
ट्रंप के सामने नई चुनौती पेश नहीं कर पाई कोमी की गवाही

वाशिंगटन, प्रेट्र। इसी साल नौ मई को एफबीआइ निदेशक पद से बर्खास्त किए गए जेम्स कोमी गुरुवार को सीनेट की खुफिया समिति के सामने पेश हुए। दो घंटे से ज्यादा समय तक यह बहुचर्चित सुनवाई चली। लेकिन, रूस के साथ करीबी संबंधों के लेकर घिरे राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के लिए यह गवाही नई चुनौती पेश करने में नाकाम रही।

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गवाही के दौरान रूस और ट्रंप प्रशासन के संबंधों को लेकर कोमी नए तथ्य पेश नहीं कर पाए। उन्होंने जो बातें कही वह पहले ही सामने आ चुकी है। गवाही के बाद सत्ताधारी रिपब्लिकन पार्टी ट्रंप के पक्ष में खड़ी दिख रही है, वहीं विरोधी डेमोक्रेटिक पार्टी के सांसदों ने इसे न्याय प्रणाली में बाधा पहुंचाने की कोशिश बताया है। ट्रंप ने ट्वीट कर कोमी पर झूठे बयान देने का आरोप लगाया और उन्हें भेदिया बताया।

सुनवाई के दौरान कोमी ने कहा कि ट्रंप प्रशासन की ओर से उनके और एफबीआइ को लेकर की गई टिप्पणी बिल्कुल झूठी थी। उन्होंने एजेंसी और इसके नेतृत्व को बदनाम करने की कोशिश की। बीते साल हुए राष्ट्रपति चुनाव में रूसी हस्तक्षेप की ओर इशारा करते हुए कहा कि इसकी जांच बंद करने को लेकर उन पर दबाव था। पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइकल फ्लिन और रूस के संबंधों की जांच बंद करने के संकेत भी ट्रंप प्रशासन ने दिए थे। कोमी के मुताबिक रूस के हस्तक्षेप की जांच को प्रभावित करने के मकसद से ही उन्हें बर्खास्त किया गया।

सुनवाई के दौरान कोमी को कई तीखे सवालों का भी सामना करना पड़ा। राष्ट्रपति उम्मीदवारी के लिए ट्रंप को चुनौती देने वाले रिपब्लिकन सीनेटर मार्को रुबियो ने उनसे पूछा, उन्होंने राष्ट्रपति से सीधे तौर पर यह क्यों नहीं कहा कि वे अनुचित आग्रह कर रहे हैं। सीनेटर लिंडसे ग्राहम ने पूछा, जब न्याय में बाधा डालने की कोशिश की जा रही थी तो उन्होंने कुछ क्यों नहीं किया।

प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष पॉल रेयान ने भी ट्रंप का बचाव किया। उन्होंने कहा कि कोमी ने जो कुछ बताया है वह ट्रंप में राजनीतिक अनुभव की कमी को दिखाता है। इससे यह साबित नहीं होता कि उन्होंने जांच प्रभावित करने के लिए एफबीआइ निदेशक पर दबाव बनाने की कोशिश की। ट्रंप के निजी वकील मार्क कासोविट्ज ने कोमी के आरोप को खारिज करते हुए कहा है कि इस गवाही के बाद राष्ट्रपति खुद को पूरी तरह दोषमुक्त महसूस कर रहे हैं। अब वह अपने एजेंडे के साथ आगे बढ़ने के लिए उत्सुक हैं।

पहले दिन से किया हतोत्साहित

न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक सुनवाई के दौरान कोमी ने बताया कि पहली मुलाकात के बाद से ही ट्रंप उन्हें हतोत्साहित कर रहे थे। यही कारण था कि ट्रंप से मुलाकात के बाद उन्होंने हर बार नोट लिखे। उन्हें अंदेशा था कि बाद में राष्ट्रपति इन बातों से पलट सकते हैं। बकौल कोमी जॉर्ज डब्ल्यू बुश और बराक ओबामा के कार्यकाल में उन्हें कभी नोट लिखने की जरूरत महसूस नहीं हुई।

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