कोबानी में पूरी ताकत झोंक रहे आइएस आतंकी
सीरिया के सीमाई शहर कोबानी पर कब्जे के लिए आइएस आतंकियों और कुर्द लड़ाकों की जंग जारी है। आतंकी यहां अपनी पूरी ताकत झोंक रहे हैं। कुर्द पशमर्गा टुकड़ियों ने जी-जान लगाकर इलाके में आतंकियों को प्रवेश नहीं करने दिया है। कुर्दो की मदद के लिए ब्रिटेन ने भी रविवार को सैन्य अधिकारियों की प्रशिक्षण्
बेरूत। सीरिया के सीमाई शहर कोबानी पर कब्जे के लिए आइएस आतंकियों और कुर्द लड़ाकों की जंग जारी है। आतंकी यहां अपनी पूरी ताकत झोंक रहे हैं। कुर्द पशमर्गा टुकड़ियों ने जी-जान लगाकर इलाके में आतंकियों को प्रवेश नहीं करने दिया है। कुर्दो की मदद के लिए ब्रिटेन ने भी रविवार को सैन्य अधिकारियों की प्रशिक्षण टीम भेज दी है। जर्मनी पहले ही पशमर्गा लड़ाकों को हथियार और सैन्य प्रशिक्षण मुहैया करा रहा है।
मानवाधिकार की सीरियाई ऑब्जर्वेटरी ने कहा कि कोबानी के लिए छिड़ी जंग में आतंकियों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। एक दिन पहले ही कम से कम 36 आतंकी मारे गए हैं। तुर्की की सीमा से लगा कोबानी आतंकियों के लिए रणनीतिक रूप से बेहद महत्वपूर्ण क्षेत्र है। आतंकी किसी भी हाल में इसे अपने कब्जे में लेना चाहते हैं। ऑब्जर्वेटरी के निदेशक रमी अब्देल रहमान ने कहा कि यह आतंकियों के लिए एक सोची समझी लड़ाई है। अगर वे यहां से पीछे हटेंगे तो आतंकी समूहों के बीच उनकी प्रतिष्ठा पर प्रश्न चिह्न लग जाएगा।
संयुक्त राष्ट्र ने भी कोबानी में भीषण नरसंहार की आशंका जताई है। इस बीच अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि संयुक्त कार्रवाई का लक्ष्य कोबानी ही है लेकिन इराक में भी दबाव की स्थिति है। अमेरिका के लड़ाकू विमानों ने उत्तरी इराक में आतंकियों से लड़ रहे इराकी सैनिकों के बीच शुक्रवार और शनिवार को भोजन और पानी के पैकेट गिराए। ब्रिटिश सेना की टीम हथियारों का प्रशिक्षण देने के अलावा यहां से वस्तुस्थिति रिपोर्ट भी ब्रिटेन भेजेगी।
आत्मघाती हमलों में पुलिस प्रमुख समेत 28 की मौत
बकूबा। इराक में तीन आत्मघाती कार बम हमलों में अनबर प्रांत के पुलिस प्रमुख समेत 28 कुर्दो के मारे जाने की खबर है। अलग-अलग प्रांतों में हुए इन हमलों में सैकड़ों जख्मी हुए हैं।
हमले में घायल हुए क्षेत्र के मेयर वहाब अहमद ने बताया कि सुबह साढ़े दस बजे तीन कार बमों से कारा तप्पा में हमला हुआ। कारा तप्पा इराकी सरकार और आइएस आतंकियों के संघर्ष के महत्वपूर्ण केंद्र जलावला के निकट स्थित है। मेयर ने बताया कि हमलों में उनके कार्यालय को निशाना बनाया गया था। वहीं पुलिस कमांडर जनरल अहमद सादिक अल दुलैमी के काफिले को अनबर की राजधानी रमादी से 15 किमी दूर पश्चिम में निशाना बनाया गया। यह इलाका सरकारी नियंत्रण में है। कुर्द समुदाय को निशाना बनाकर किए गए इन हमलों में सुन्नी आतंकी संगठन आइएस का हाथ बताया जा रहा है।
धर्म की भाषा कुरूप होने से फैल रहा आतंकवाद: रुश्दी
लंदन। भारतीय मूल के प्रख्यात ब्रिटिश लेखक सलमान रुश्दी ने चरमपंथ पर करारा वार किया है। रुश्दी ने कहा कि कुछ स्वार्थी चरमपंथी तत्वों ने हर धर्म की भाषा को कुरूप कर दिया है। यहीं वजह है कि जिहाद जैसे पवित्र शब्द के नाम पर युवाओं का गुमराह होकर इस्लामिक स्टेट (आइएस) जैसे आतंकी संगठनों से जुड़ना जारी है।
बुकर हासिल कर चुके मुंबई में पैदा हुए लेखक ने पेन/पिंटर पुरस्कार लेते हुए कहा, 'हमारे युग में धर्म की भाषा को बुरी तरह से कुरूप किया गया है। अमेरिका के चरमपंथी इसाई और भारत के कट्टरपंथी हिंदू भी इसी राह पर हैं। मगर सबसे ज्यादा समस्या इस्लाम में दिख रही है।' रुश्दी ने चिंता जताई कि आतंकी ट्विटर और यूट्यूब जैसी सोशल नेटवर्किंग वेबसाइटों का इस्तेमाल कर रहे हैं। इनसे प्रेरित होकर भोले-भाले युवा आइएस के बर्बर कृत्यों में शामिल हो जा रहे हैं।