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भारतीय मूल के कोस्टा बने पुर्तगाल के प्रधानमंत्री

पुर्तगाल के नए प्रधानमंत्री एंटोनिया कोस्टा ने मंगलवार को नई सरकार का गठन कर लिया। पुर्तगाल की नई सरकार के सामने उग्र वामपंथ पर ब्रसेल्स और अपने सहयोगियों को संतुष्ट करने की जवाबदेही है।

By Sachin BajpaiEdited By: Published: Thu, 26 Nov 2015 12:53 AM (IST)Updated: Thu, 26 Nov 2015 08:31 AM (IST)
भारतीय मूल के कोस्टा बने पुर्तगाल के प्रधानमंत्री

लिस्बन । पुर्तगाल के नए प्रधानमंत्री एंटोनिया कोस्टा ने मंगलवार को नई सरकार का गठन कर लिया। पुर्तगाल की नई सरकार के सामने उग्र वामपंथ पर ब्रसेल्स और अपने सहयोगियों को संतुष्ट करने की जवाबदेही है।

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नए प्रधानमंत्री कोस्टा भारतीय मूल के हैं। उनका परिवार गोवा से यहां आ बसा था। आज भी गोवा में उनके कई रिश्तेदार रहते हैं। प्रधानमंत्री के पिता ओर्लादो दा कोस्टा मशहूर उपन्यासकार थे।

पुर्तगाल के राष्ट्रपति एनिबल कैवाको सिल्वा ने सोमवार को कोस्टा को प्रधानमंत्री नियुक्त किया। इससे पहले सात सप्ताह तक अनिश्चितता बनी रही। हाल ही में संपन्न चुनाव में किसी भी दल को बहुमत नहीं मिलने से अनिश्चितता पैदा हो गई थी।

कोस्टा की सोशलिस्ट पार्टी को वामपंथी पार्टी के साथ मिलकर सरकार बनाने में कामयाबी मिली है। 230 सदस्यों वाली असेंबली में उनकी पार्टी 86 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर ही रही।

1961 में जन्मे 54 वर्षीय कोस्टा लिस्बन के मेयर रह चुके हैं। कोस्टा को बाबुश (कोंकणी भाषा का शब्द) के नाम से जाना जाता है। गोवा के मार्गाओ में आज भी उनके कई रिश्तेदार रहते हैं। उनके प्रधानमंत्री बनने की खबर फैलते ही गोवा में खुशी की लहर दौड़ गई।

उनके पिता उपन्यासकार ओर्लादो ने रबिंद्रनाथ टैगोर पर लेख भी लिखा था। उनके पिता ने युवावस्था का बड़ा हिस्सा गोवा में गुजारा था। उन दिनों गोवा पर पुर्तगाल का शासन था।

कोस्टा के दादा लुइस एफोन्सो मारिया दा कोस्टा गोवा में पैदा हुए थे और वहीं पले बढ़े थे। कोस्टा के पूर्वज हिंदू थे और पुर्तगाल के सैकड़ों वर्ष शासन के दौरान ईसाई हो गए थे। पुर्तगाल पश्चिम का ऐसा पहला देश है जिसने 16वीं सदी के प्रारंभ में ही भारत के कुछ हिस्सों को उपनिवेश बना लिया था। 19 दिसंबर 1961 को गोवा पुर्तगाली कब्जे से मुक्त हुआ।


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