जाधव के बचाव में भारतीय-अमेरिकी समुदाय, व्हाइट हाउस पीटिशन किया लांच
पाकिस्तान में फंसे भारतीय कुलभूषण जाधव मौत की सजा से बचाने के लिए अमेरिका में रह रहे भारतीय समुदाय ने ट्रंप से मदद की गुहार लगाते हुए एक व्हाइट हाउस पीटिशन लांच किया है।
वाशिंगटन (प्रेट्र)। अमेरिका में रह रहे भारतीय समुदाय ने भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव को पाकिस्तान में दिए गए मौत की सजा से बचाने के लिए ट्रंप प्रशासन से मदद की गुहार लगाई और व्हाइट हाउस पीटिशन लांच किया है जिसपर 14 मई से पहले 100,000 हस्ताक्षर चाहिए।
जाधव को बचाए ट्रंप प्रशासन
पीटिशन में ट्रंप प्रशासन से जाधव मामले में हस्तक्षेप की मांग की गयी है। पाकिस्तान की अदालत ने कथित जासूसी और विध्वंसक गतिविधि के लिए जाधव को मौत की सजा सुनायी है।
व्हाइट हाउस की वेबसाइट पर ‘वी द पीपुल पीटिशन’ में कहा गया है कि जाधव पर लगाया गया भारत के लिए जासूसी का आरोप मनगढ़त और पूरी तरह गलत है। इस पीटिशन पर ट्रंप प्रशासन की प्रतिक्रिया के लिए 14 मई से पहले कम से कम 100,000 हस्ताक्षर चाहिए।
झूठे हैं जाधव पर लगे आरोप
इसमें कहा गया है, ‘कुलभूषण जाधव को भारत की ओर से कंसुलर का एक्सेस नहीं दिया जाना स्पष्ट तौर पर इस बात को साबित करता है कि जाधव पर लगाए गए आरोप मनगढ़ंत और झूठे हैं।‘ पीटिशन में आगे कहा गया है, ‘इस सबको देखते हुए मैं विनम्रता से निवेदन करता हूं कि उपयुक्त अधिकारी इस मामले में हस्तक्षेप करें और कुलभूषण जाधव को उस बात की सजा से बचाने का प्रयास करें जो उसने किया ही नहीं।‘
जासूसी का है आरोप
पूर्व नेवी ऑफिसर 46 वर्षीय जाधव को पाकिस्तान की अदालत ने जासूसी और विध्वंसक गतिविधियों के कारण मौत की सजा सुनायी है। पाकिस्तान का दावा है कि इसके सुरक्षा बलों इरान से बलूचिस्तान में प्रवेश करने वाले जाधव को पिछले वर्ष 3 मार्च को गिरफ्तार कर लिया था। पाकिस्तान ने यह भी कहा है कि जाधव भारतीय नेवी में कार्यरत हैं।‘
सरकार से कनेक्शन नहीं
जाधव की गिरफ्तारी के बाद पाकिस्तान की आर्मी ने एक वीडियो रिलीज किया जिसमें जाधव ने अपनी गलती स्वीकार की है। जबकि भारत ने पाकिस्तान के इस आरोप से इंकार किया और कहा है कि पाकिस्तान द्वारा जाधव का अपहरण किया गया था। भारत ने इस बात को स्वीकार किया कि जाधव नेवी में कार्यरत थे लेकिन इस बात से इंकार किया कि सरकार से उनका कोई कनेक्शन था।