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आइएमएफ ने पाकिस्तान को आर्थिक अस्थिरता के खतरे से किया आगाह

पाकिस्तान में आइएमएफ के प्रतिनिधि टोखिर मिर्जोव ने डॉन अखबार से कहा कि आर्थिक स्थिरता को ज्यादा स्थायी बनाने की जरूरत होती है।

By Ravindra Pratap SingEdited By: Published: Sat, 22 Jul 2017 06:37 PM (IST)Updated: Sat, 22 Jul 2017 06:37 PM (IST)
आइएमएफ ने पाकिस्तान को आर्थिक अस्थिरता के खतरे से किया आगाह
आइएमएफ ने पाकिस्तान को आर्थिक अस्थिरता के खतरे से किया आगाह

इस्लामाबाद, प्रेट्र। पनामा पेपर लीक मामले को लेकर पाकिस्तान में उपजे राजनीतिक तनाव के बीच अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आइएमएफ) ने नवाज शरीफ सरकार को आगाह किया है। आइएमएफ का कहना है कि अगर पाकिस्तान सुधारों को जारी रखने में विफल रहता है तो पिछले तीन साल में आर्थिक मोर्चे पर पाई गई उसकी सफलता बेकार हो जाएगी। इससे उसे आर्थिक अस्थिरता का सामना करना पड़ सकता है।

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पाकिस्तान में आइएमएफ के प्रतिनिधि टोखिर मिर्जोव ने डॉन अखबार से कहा कि आर्थिक स्थिरता को ज्यादा स्थायी बनाने की जरूरत होती है। अगर सुधारों को जारी नहीं रखा जाता है तो पाकिस्तान में जारी मौजूदा प्रवृत्ति के चलते आर्थिक स्थिरता कमजोर पड़ सकती है। यह चेतावनी ऐसे समय सामने आई है जब पनामा पेपर मामले में फंसे प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और उनके परिवार को लेकर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने वाला है।

शरीफ के खिलाफ फैसले की आशंका से पाकिस्तान में राजनीतिक अस्थिरता के हालात बनते नजर आ रहे हैं। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को सुनवाई पूरी करने के बाद फैसला सुरक्षित रख लिया है। उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था में पिछले तीन साल में प्रगति हुई है। आइएमएफ का अनुमान है कि उसकी अर्थव्यवस्था में 2017 और 2018 में भी वृद्धि होगी। आइएमएफ ने पाकिस्तान की विकास दर इस साल पांच फीसद होने का अनुमान लगाया है।

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