इस्तांबुल आतंकी हमला: इस जांबाज ने मारा आत्मघाती आतंकी को, अस्पताल में भर्ती
जांबाज पुलिस ऑफिसरों में से एक जिसने इस्तांबुल एयरपोर्ट पर आतंकी को मार गिराया और दर्जनों की रक्षा की अभी अस्पताल में भर्ती है और इसकी जांबाजी का खुलासा सीसीटीवी फुटेज से हुआ
इस्तांबुल। तुर्की के इस्तांबुल स्थित अतातुर्क एयरपोर्ट पर हुए आतंकी हमले में कई जवान शहीद हुए पर सीसीटीवी फुटेज के जरिए एक जांबाज यासिन दुर्ना का साहस साक्षात देखा गया। इस घटना के बाद पुलिस के इस जवान को अपना स्पलीन निकलवाना पड़ा लेकिन अब उसकी स्थिति ठीक है। सीसीटीवी फुटेज में इनकी जांबाजी कैप्चर हुई है जिसमें यासिन ने आतंकी को गोली मारा और वह नीचे गिरता हुआ दिख रहा है। इसके बाद वह अपनी जान बचाने को भागे लेकिन विस्फोट की चपेट में आ गए।
इस्तांबुल के अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर हुए तीन आत्मघाती बम हमलों में 41 लोग मारे गए जिसमें से 13 विदेशी नागरिक हैं और 239 लोग घायल हुए। स्थानीय मीडिया ने ऑफिसर का नाम यासिन दुर्ना बताया। यासिन ने अपनी परवाह न करते हुए आतंकी का सामना किया और निर्दोषों की जान बचायी। दुर्ना ने टर्मिनल पर बंदूकधारी आत्मघाती हमलावर को मार गिराया और अतातुर्क एयरपोर्ट से लोगों को निकलने का मौका दिया। उस वक्त हमलावर लोगों पर गोलियां बरसा रहा था।
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डेली मेल के अनुसार, हमलावर पर गोली चलाने के बाद यासिन उसकी पहचान के लिए उधर बढ़े, तभी सेकेंड भर में महसूस हुआ कि वो अब भी खतरे में हैं और हत्यारे से दूर भागते दिखे। हार्बलर.कॉम के अनुसार, यह जांबाज ऑफिसर अस्पताल में भर्ती है और इनका स्पलीन हटाना पड़ा पर हालत स्थिर बतायी जा रही है। अतातुर्क एयरपोर्ट पर आतंकी हमले में करीब 36 लोगों के मारे जाने व कईयों के घायल होने की सूचना है।
यासिन के अलावा और भी कई जांबाज वहां मौजूद थे और लोगों की जान बचाने में शहीद हो गए। इनमें से एक कस्टम ऑफिसर उमुत सकरोग्लू थे जो पिछले तीस सालों से एयरपोर्ट पर काम कर रहे थे। आतंकियों के प्रवेश की कोशिश के समय वे गार्ड की तरह खड़े थे। लेकिन आतंकियों ने उनकी हत्या कर दी।