भारत को 1.1 अरब यूरो की आर्थिक सहायता देगा जर्मनी
जर्मनी विकास कार्यो में मदद के लिए अब तक 15 अरब यूरो से अधिक की राशि का प्रतिबद्धता दे चुका है।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। सौर ऊर्जा और पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में द्विपक्षीय संबंधों को आगे बढ़ाते हुए जर्मनी चालू वित्त वर्ष में भारत को 1.1 अरब यूरो की आर्थिक मदद देगा। यह धनराशि भारत को आधिकारिक विकास सहायता के रूप में मिलेगी।
इस बात की जानकारी वित्त मंत्रालय के आर्थिक कार्य विभाग के सचिव शक्तिकांत दास ने दी। दास ने जर्मनी की अंतरराष्ट्रीय सहयोग एजेंसियों के नए भवन के उद्घाटन के अवसर पर कहा कि विकास के मामले में भारत और जर्मनी के रिश्ते 1958 से चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि दोनों देश सतत विकास के लक्ष्यों को ध्यान में रखते हुए दूसरे के साथ सहयोग कर रहे हैं। दास ने कहा कि विगत में जर्मनी ने भारत में स्टील और विनिर्माण के क्षेत्र में सार्वजनिक उपक्रमों की स्थापना में अहम सहयोग दिया था।
दास ने बताया कि जर्मनी विकास कार्यो में मदद के लिए अब तक 15 अरब यूरो से अधिक की राशि का प्रतिबद्धता दे चुका है। इस साल भी लगभग 1.1 अरब यूरो भारत को आधिकारिक विकास सहायता के रूप में मिलने का अनुमान है। यह राशि सौर ऊर्जा और पर्यावरण संरक्षण जैसे कार्यो पर खर्च होगी।
इस मौके पर भारत में जर्मनी के राजदूत मार्टिन नेय ने कहा कि दोनों देश गरीबी और असमानताएं मिटाने के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जर्मनी की अंतराष्ट्रीय एजेंसियां जैसे जीआइजेड और केएफडब्ल्यू भारत में गंगा की सफाई और स्वच्छ भारत अभियान जैसे कार्यक्रमों में अपना सहयोग कर रही हैं। इसके साथ ही नवीकरणीय ऊर्जा और सोलर फोटोवोल्टिक प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में सहयोग पर भी जोर दिया जा रहा है।