पूर्व हिज्ब कमांडर नया जिहादी संगठन बनाने की तैयारी में
नए संगठन का नाम अभी तय नहीं हुआ है, लेकिन यह इस्लामिक शरिया की बहाली के लिए काम करेगा।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। 'कश्मीर बनेगा दारुल इस्लाम' का नारा देने वाले पूर्व हिज्ब कमांडर जाकिर मूसा ने कश्मीर में एक नया जिहादी संगठन बनाने की तैयारी शुरू कर दी है। नए संगठन का नाम अभी तय नहीं हुआ है, लेकिन यह इस्लामिक शरिया की बहाली के लिए काम करेगा।
संबंधित सूत्रों ने बताया कि जाकिर मूसा ने पिछले दिनों कुछ पुराने आतंकी कमांडरों के अलावा जिहादी मानसिकता वाले कुछ मजहबी नेताओं से मुलाकात की है। इसमें कश्मीर में निजाम-ए-मुस्तफा की बहाली की जंग को जारी रखने का फैसला करते हुए नया संगठन बनाने का फैसला किया गया है। बैठक में कई सक्रिय आतंकी भी मौजूद रहे। बैठक में तय किया गया कि नए जिहादी संगठन में शामिल आतंकी किसी भी हुर्रियत नेता के पीछे नहीं चलेंगे और न किसी अलगाववादी संगठन की विचारधारा पर काम करेंगे। वह सिर्फ निजाम-ए-मुस्तफा और इस्लाम का नारा देते हुए कश्मीर में इस्लामिक राज की बहाली के लिए अपनी कार्रवाई जारी रखेंगे।
गौरतलब है कि जाकिर मूसा पिछले साल जुलाई में आतंकी बुरहान वानी के मारे जाने के बाद कश्मीर में हिज्ब का चेहरा बना हुआ था, लेकिन पिछले दिनों उसने कश्मीर में जारी जिहाद को आजादी की जंग नहीं बल्कि इस्लामिक जंग बताया था। कहा कि कश्मीर को एक अलग धर्मनिरपेक्ष राज्य बनाने और कश्मीर की आजादी की बात करने वाले हुर्रियत नेता झूठ बोलते हैं। जाकिर के इस बयान के बाद हिज्ब और अलगाववादी संगठनों में खलबली मच गई। हिज्ब ने जाकिर मूसा के बयान से किनारा कर लिया तो मूसा ने संगठन छोड़ने का एलान कर दिया।
कश्मीर में सक्रिय आतंकी संगठनों की सियासत पर नजर रखने वालों के मुताबिक, जाकिर मूसा की शुरूसे ही लश्कर व जैश से नजदीकियां रही हैं। पिछले सात माह के दौरान उसने कई बार लश्कर-ए-तैयबा के संस्थापक हाफिज सईद से भी विभिन्न माध्यमों से बातचीत की है। नया संगठन बनाने में लश्कर उसकी मदद कर रहा है। हालांकि हाफिज सईद ने उसे कश्मीर में लश्कर के ऑपरेशन की कमान सौंपने की पेशकश भी की, लेकिन मूसा ने इसे नामंजूर कर दिया है।
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