भारी बारिश की चपेट में नेपाल के 14 जिले, 54 लोगों की मौत, हजारों विस्थापित
भारी बारिश से नेपाल के ज्यादातर जिलों में जनजीवन अस्त-व्यस्त है। बाढ़ और भूस्खलन से अब तक 54 लोगों की मौत हुई है।
काठमांडू । नेपाल में भारी बारिश, बाढ़ और भूस्खलन के कारण हुई तबाही में कम से कम 54 लोगों की मौत हुई है। जबकि हजारों की संख्या में लोग विस्थापित हुए हैं। देश के अलग-अलग हिस्सों में लोगों को बुनियादी सुविधाओं की कमी का सामना करना पड़ रहा है।
कई घरों में पानी भर गया जिससे हजारों लोगों को मजबूरन अपने घर छोड़ना पड़े। नेपाल के 14 जिले सबसे ज्यादा प्रभावित हुए। इनमें से प्यूथान में ही 11 लोगों की मौत हो गई। हालांकि सरकार ने यहां तत्काल बचाव अभियान शुरू कर दिया है।
सैनिक व अन्य कार्यकर्ता नौकाओं व हेलिकॉप्टर से लोगों को सुरक्षित बाहर निकलने व खाद्य सामग्री पहुंचाने का काम कर रहे हैं। कई नदियों में बाढ़-बारिश के चलते नेपाल की कई नदियां उफान पर हैं। मेची नदी में बाढ़ के बाद भारतीय समेत कई स्थानीय मार्केट में पानी भर गया।
वहीं, सप्तकोशी नदी 10 दिन की बारिश के बाद रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है। भूकंप प्रभावित लोग मारे गएपुलिस ने बताया कि भूकंप प्रभावित घरों में मरम्मत के बाद रहने वाले लोग बाढ़ व भूस्खलन में मारे गए।
नेपाल में पिछले साल आए भूकंप के वजह से करीब नौ हजार लोगों को अपनी जान गंवाना पड़ी। अभी भी यहां हजारों लोग अस्थाई शिविरों में रह रहे हैं।
देश के 14 जिले इस प्राकृतिक आपदा से सबसे ज्यादा प्रभावित
बारिश के कारण नदियां उफान पर, स्थानीय लोगों में काफी डर
रिहायशी इलाकों में बाढ़ का पानी भरा, सैकड़ों मकान डूबे
बारिश के कारण नदियां उफान पर हैं और जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बहने के कारण भीषण बाढ़ की आशंका है। स्थानीय लोगों में बाढ़ की तबाही को लेकर काफी डर है।
पुलिस का कहना है कि पीड़ितों की बड़ी संख्या भूकंप से प्रभावित लोगों की है। ये लोग भूकंप में क्षतिग्रस्त हुए मकानों की मरम्मत कर उनमें रह रहे थे। देश के 14 जिले इस प्राकृतिक आपदा से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। प्यूथान में हालात सबसे खराब हैं। वहां कम से कम 26 लोगों की मौत हुई है।