मां से बच्चे में एचआइवी संक्रमण रोकने वाला पहला देश बना क्यूबा
क्यूबा दुनिया का पहला ऐसा देश बन गया है, जिसने मां से बच्चे में एचआइवी संक्रमण और यौन रोग सिफलिस को रोकने का तरीका खोज लिया है।
हवाना। क्यूबा दुनिया का पहला ऐसा देश बन गया है, जिसने मां से बच्चे में एचआइवी संक्रमण और यौन रोग सिफलिस को रोकने का तरीका खोज लिया है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने एक बयान में मां से बच्चे को होने वाले एचआइवी संक्रमण रोकने में क्यूबा की सफलता को मान्यता देने की घोषणा की। डब्ल्यूएचओ की महानिदेशक मार्गरेट चान ने कहा कि एचआइवी संक्रमण पर रोक स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि एचआइवी तथा यौन संबंधों से होने वाले संक्रमण के खिलाफ लंबे समय से हमारे संघर्ष और एड्स मुक्त अगली पीढ़ी के नजरिये से बड़ी जीत है।
क्यूबा में सार्वभौम स्वास्थ्य सुविधा, जांच की उन्नत व्यवस्था और मातृ देखभाल की तरफ अधिक ध्यान से यह सफलता हासिल हुई है। इससे प्रति एक लाख होने वाले शिशु जन्म में मां से बच्चे को एचआइवी संक्रमण या सिफलिस के मामले 50 से भी कम पाए गए। इतने मामले इसलिए रह जाते हैं क्योंकि यह सौ प्रतिशत प्रभावी नहीं है। क्यूबा में स्वास्थ्य विभाग 2010 से इस दिशा में काम कर रहा है।
पैन अमेरिकन हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन का कहना है कि क्यूबा की सफलता वैश्विक स्तर पर सफलता की कुंजी हो सकती है। दुनिया भर में प्रतिवर्ष 14 लाख गर्भवती महिलाएं एचआइवी संक्रमित होती हैं। अगर इनका इलाज नहीं हुआ तो उनसे बच्चे के संक्रमित होने का खतरा 15 से 45 फीसद तक होता है। अगर इन महिलाओं और बच्चों को एंटीरिट्रोवायरल दवाएं दी जाएं तो यह खतरा करीब एक फीसद तक रह जाता है।