पेरिस संधि को आगे बढ़ाएगा चीन, कहा- जलवायु परिवर्तन एक सामूहिक चुनौती
जलवायु परिवर्तन नीति पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नए कार्यकारी आदेश के बाद ऐसी आशंकाएं हैं कि अमेरिका पेरिस संधि से पीछे हट सकता है।
बीजिंग, प्रेट्र। ग्रीन हाउस गैसों के सबसे बड़े उत्सर्जक चीन ने पेरिस संधि से पूरी प्रतिबद्धता जताई है। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लू कांग ने बुधवार को कहा, जलवायु परिवर्तन एक सामूहिक चुनौती है। पेरिस संधि इस दिशा में उठाया गया एक बड़ा कदम था।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काफी चर्चा के बाद यह समझौता हुआ था। अब दूसरे देश इस संधि की प्रतिबद्धताओं को पूरा करें या न करें चीन इस संधि के तहत तय किए गए लक्ष्य को पूरा करने के लिए कृत संकल्पित है।
जलवायु परिवर्तन नीति पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नए कार्यकारी आदेश के बाद ऐसी आशंकाएं हैं कि अमेरिका पेरिस संधि से पीछे हट सकता है। ट्रंप के इस कदम से यूरोपीय देश भी नाराज हैं। जर्मनी की पर्यावरण मंत्री बारबरा हेंडरिक्स ने कहा है कि ट्रंप जलवायु संरक्षण की दिशा में हुई प्रगति को नहीं रोक सकते। जो इसे बदलने की कोशिश करेगा वह अंतरराष्ट्रीय समुदाय में स्वयं को नुकसान पहुंचाएगा।
पेरिस संधि से जुड़ी वार्ता की अध्यक्षता करने वाले फ्रांसीसी राजनेता लॉरेंट फेबियस और नीदरलैंड ने भी ट्रंप प्रशासन के इस कदम की कड़ी आलोचना की है। सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरमेंट और ग्रीन पीस जैसे संगठनों ने इससे पेरिस संधि को नुकसान पहुंचने का अंदेशा जताया है।
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