कैमरन ने कहा, ब्रेक्जिट पर जनमत संग्रह कराने का कोई अफसोस नहीं
अपने कार्यकाल में कुल मिलाकर तीन बार जनमत संग्रह करवाने वाले कैमरन ने कहा कि दरअसल अफसोस तो उन्हें ब्रिटेन के यूरोपीय संघ से बाहर आने पर है।
नई दिल्ली, प्रेट्र । यूरोपीय संघ से बाहर आने के मुद्दे पर जनमत संग्रह करवाने वाले ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने कहा है कि उनको अपने फैसले का कोई अफसोस नहीं है। शनिवार को एचटी लीडरशिप समिट को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि कुछ मुद्दे संसद से ऊपर होते हैं। अहम मामलों पर जनता की राय नहीं लेने से समस्या उत्पन्न होने की आशंका रहती है। उल्लेखनीय है कि ब्रिटेन की जनता द्वारा ब्रेक्जिट पर मुहर लगाने के बाद कैमरन ने प्रधानमंत्री पद से त्यागपत्र दे दिया था।
अपने कार्यकाल में कुल मिलाकर तीन बार जनमत संग्रह करवाने वाले कैमरन ने कहा कि दरअसल अफसोस तो उन्हें ब्रिटेन के यूरोपीय संघ से बाहर आने पर है। लेकिन वह अब भी उस प्रक्रिया का समर्थन करते हैं, जिसके तहत बड़े फैसले लेने से पहले जनता के विचारों को जाना जाता है।
पूर्व प्रधानमंत्री ने स्कॉटलैंड की आजादी के मुद्दे पर कराए गए जनमत संग्रह का भी समर्थन किया। उन्होंने कहा कि यदि उन्होंने रेफरेंडम नहीं कराया होता, तो इससे स्कॉटलैंड की आजादी के समर्थकों को और बढ़ावा मिलता।
कैमरन ने कहा, 'हमारी जो निर्वाचन प्रक्रिया है, उसके तहत किसी खेल में हमारे जनप्रतिनिधियों की अहम भूमिका होती है। और मुझे लगता है कि संसद द्वारा जनता की इच्छा जाने बगैर खेल के नियम बदल देने से समस्या हो सकती है। इसलिए ऐसे मौकों पर आपको संसद से आगे की ओर देखना चाहिए।'
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