पर्यटन उद्योग को झटका, सेफ ट्रवेल डेस्टिनेशन की रूसी लिस्ट से भारत बाहर
रसियन न्यूज एजेंसी इंटरफैक्स के मुताबिक रुस ने भारत को पर्यटन के लिहाज से सुरक्षित देश नहीं माना है,रुस ने अपने नागरिकों को भारत न जाने की सलाह दी है। रूस के इस फैसले से गोवा के पर्यटन उद्योग पर बुरा असर पड़ेगा। हालांकि इस मामले में भारत सरकार या
मास्को। रसियन न्यूज एजेंसी इंटरफैक्स के मुताबिक रुस ने भारत को पर्यटन के लिहाज से सुरक्षित देश नहीं माना है,रुस ने अपने नागरिकों को भारत न जाने की सलाह दी है। इस मामले में भारत सरकार या गोवा सरकार से किसी तरह की बातचीत नहीं की गई। बताया जा रहा है कि इस फैसले से गोवा के पर्यटन उद्योग पर बुरा असर पड़ेगा। गोवा को काली सूची में डालने के पीछे कुछ स्थानीय घटनाओं को जिम्मेदार बताया जा रहा है।
पहले गोवा आने वाले कुल पर्यटकों में 50 फीसद रूसी नागरिक होते थे। रसियन सूचना केंद्र के प्रमुख बेलयाकोवा ने बताया कि 2013 में गोवा जाने वाले रूसी नागरिकों की तादाद ढ़ाई लाख से ज्यादा थी। लेकिन रसियन करेंसी रूबल की अवमुल्यन की वजह से गोवा में ठहरना महंगा हो गया।
मिस्र के सिनाई में नागरिक विमान और तुर्की में जेट विमान गिराए जाने के बाद रूस ने इन दोनों देशों में अपने नागरिकों को ना जाने की सलाह दी है।
बुकिंग डाट काम के मुताबिक सी फेसिंग या एयरकंडीशन्ड रूम का किराया वियतनाम में एक रात के लिए 7 हजार रुपए है, वहीं गोवा में करीब 1500 रुपए खर्च करने पड़ते हैं। बताया जा रहा है कि भारत को काली सूची में डालने के पीछे ये दबाव बनाया जा रहा हो ताकि रुसी पर्यटकों को भारत में कम खर्च करना पड़े। तुर्की और मिस्र में हर साल रूसी पर्यटकों की तादाद करीब 70 लाख होती है।