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बेहद सकारात्‍मक माहौल में हुई बिम्सटेक बैठक : विदेश मंत्रालय सचिव

भारत, भूटान और चीन के बीच डोकलाम पर जारी तनाव के बीच होने वाली यह पहली बैठक है। बिम्सटेक के ज्यादातर सदस्य देशों की सीमा चीन से मिलती है।

By Pratibha Kumari Edited By: Published: Fri, 11 Aug 2017 03:42 PM (IST)Updated: Fri, 11 Aug 2017 03:55 PM (IST)
बेहद सकारात्‍मक माहौल में हुई बिम्सटेक बैठक : विदेश मंत्रालय सचिव
बेहद सकारात्‍मक माहौल में हुई बिम्सटेक बैठक : विदेश मंत्रालय सचिव

काठमांडू, एएनआइ। भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज नेपाल की राजधानी काठमांडू में आयोजित 15वीं 'बे ऑफ बंगाल इनीशिएटिव फॉर मल्टी सेक्टोरल टेक्नीकल एंड इकोनॉमिक कोऑपरेशन' (बिम्सटेक) की बैठक में शामिल हुईं। इस बारे में विदेश मंत्रालय की सचिव (पूर्व) प्रीति सरन ने कहा कि बेहद ही सकारात्‍मक एवं रचनात्‍मक माहौल में बैठक हुई।

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बैठक से इतर सुषमा स्वराज ने गुरुवार को नेपाल की राष्ट्रपति बिद्या देवी भंडारी और प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा से भी मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने आधारभूत ढांचे, ऊर्जा और संपर्क बढ़ाने जैसे क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने के उपायों पर चर्चा की।

देउबा के जून में नेपाल की सत्ता संभालने के बाद दोनों नेताओं की यह पहली मुलाकात है। इस भेंट में दोनों नेताओं ने मित्रतापूर्ण रिश्तों को और मजबूत बनाने की प्रतिबद्धता व्यक्त की। सुषमा ने कहा कि वह देउबा की भारत यात्रा की बेसब्री से प्रतीक्षा कर रही हैं। नेपाली प्रधानमंत्री 23 अगस्त को पांच दिवसीय यात्रा पर दिल्ली पहुंचेंगे। बाद में, उन्होंने राष्ट्रपति बिद्या देवी भंडारी से भी मुलाकात की और इस साल की शुरुआत में उनकी सफल भारत यात्रा को याद किया।

बिम्सटेक में भारत के अलावा बांग्लादेश, भूटान, म्यांमार, नेपाल, श्रीलंका और थाईलैंड जैसे बंगाल की खाड़ी के आस पास के देश शामिल हैं। भारत, भूटान और चीन के बीच डोकलाम पर जारी तनाव के बीच होने वाली यह पहली बैठक है। बिम्सटेक के ज्यादातर सदस्य देशों की सीमा चीन से मिलती है। ऐसे में यह बैठक अहम हो जाती है। उम्मीद है कि भारत और भूटान की ओर से इस बैठक में अपना पक्ष रखा जाएगा।

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