बांग्लादेश ने मनाई विजय दिवस की 43वीं सालगिरह
ढाका। बांग्लादेश ने मंगलवार को विजय दिवस की 43वीं वर्षगांठ मनाई। 16 दिसंबर 1971 को बांग्लादेश ने भारत की मदद से पाकिस्तान के खिलाफ नौ महीने तक चले मुक्ति संग्राम में विजय हासिल की थी। दिन की शुरुआत 31 तोपों की सलामी के साथ हुई। राष्ट्रपति अब्दुल हमीद और प्रधानमंत्री
ढाका। बांग्लादेश ने मंगलवार को विजय दिवस की 43वीं वर्षगांठ मनाई। 16 दिसंबर 1971 को बांग्लादेश ने भारत की मदद से पाकिस्तान के खिलाफ नौ महीने तक चले मुक्ति संग्राम में विजय हासिल की थी। दिन की शुरुआत 31 तोपों की सलामी के साथ हुई। राष्ट्रपति अब्दुल हमीद और प्रधानमंत्री शेख हसीना ने मुक्ति संग्राम के शहीदों को श्रद्धांजलि दी।
इस मौके पर प्रमुख राजनीतिक हस्तियों समेत हजारों लोग उपस्थित थे। पूर्व प्रधानमंत्री और बांग्लादेश राष्ट्रवादी पार्टी (बीएनपी) की अध्यक्ष खालिदा जिया भी इस मौके पर मौजूद थी। उन्होंने भी शहीदों को याद करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद राष्ट्रपति ने राष्ट्रीय दिवस की परेड की सलामी ली। परेड में स्वतंत्रता सेनानी, तीनों सशस्त्र बलों के जवान, अर्द्ध सैनिक बल और पुलिस ने जवानों ने भाग लिया।
तत्कालीन पूर्वी पाकिस्तान के निहत्थे लोगों पर पाकिस्तानी सेना के अत्याचार के फलस्वरूप 25 मार्च, 1971 को मुक्ति संग्राम की शुरुआत हुई थी। इसके अंत के साथ ही 16 दिसंबर, 1971 को पाकिस्तानी सेना ने ढाका में भारत और बांग्लादेश सेनाओं के सामने बिना शर्त आत्मसमर्पण कर दिया।
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