जापान में फटा ज्वालामुखी, 30 लोगों के मरने की आशंका
जापान में माउंट ओंटेक ज्वालामुखी के सक्रिय होने के बाद शनिवार को बचावकर्मियों को इसकी चोटी के पास 30 लोग अचेत अवस्था में मिले। समझा जा रहा है कि इनकी मौत हो चुकी है। ये लोग सांस नहीं ले रहे थे और इनके दिल ने भी धड़कना बंद कर दिया था। जापान में अचेत अवस्था में शरीर मिलने पर पुलिस डॉक्टरों की घोषणा के बाद ही मृत होने की घोषणा की जाती है।
टोक्यो। जापान में माउंट ओंटेक ज्वालामुखी के सक्रिय होने के बाद शनिवार को बचावकर्मियों को इसकी चोटी के पास 30 लोग अचेत अवस्था में मिले। समझा जा रहा है कि इनकी मौत हो चुकी है। ये लोग सांस नहीं ले रहे थे और इनके दिल ने भी धड़कना बंद कर दिया था। जापान में अचेत अवस्था में शरीर मिलने पर पुलिस डॉक्टरों की घोषणा के बाद ही मृत होने की घोषणा की जाती है। नगानो प्रांत के पुलिस अधिकारी ने बताया कि इन लोगों की पहचान नहीं हो पाई है। ज्वालामुखी सक्रिय होने के समय उसकी ढलान पर 250 लोग फंसे हुए थे लेकिन सभी रविवार रात तक नीचे सुरक्षित उतर आए थे।
अचानक सक्रिय हुआ ज्वालामुखी
टोक्यो से 200 किमी दूर स्थित माउंट ओंटेक ज्वालामुखी शनिवार दोपहर में अचानक सक्रिय हो गया। इससे तेजी से राख और चंट्टानें बाहर आने लगी। रविवार को बचाव अभियान में तेजी आने के बाद हेलीकॉप्टर की मदद से सात लोगों को सुरक्षित निकाला गया।
जापान में ज्वालामुखी की करीब से निगरानी की जाती है और इसके सक्रिय होने के संकेत मिलने पर यात्रियों को आगाह कर दिया जाता है। लेकिन इस बार ऐसा नहीं किया गया।
आपदा प्रबंधन अधिकारी मिनोरू काशीवाबरा के अनुसार, नगानो शहर के नजदीक स्थित ज्वालामुखी माउंट ओंताके में स्थानीय समयानुसार दिन में करीब बारह बजे जलजले जैसा विस्फोट हुआ। धमाके के साथ ही 3,067 मीटर ऊंची पहाड़ी की दक्षिणी ढलानों पर राख और घना काला धुआं देखा गया। मिनोरू ने कहा कि फंसे हुए लोगों तक पहुंचने की कोशिश की जा रही है। कई पर्वतारोही ऊंचे इलाकों पर फंसे हुए हैं। शनिवार को ही अमेरिका से लौटे प्रधानमंत्री शिंजो एबी ने बचाव अभियान में मदद के लिए सेना को निर्देश दे दिए हैं। उन्होंने कहा, 'पहाड़ों में फंसे हुए लोगों को बचाने का काम प्राथमिकता से होगा।' अग्निशमन अधिकारियों के मुताबिक, नगानो के हवाई क्षेत्र से गुजरने वाले विमानों को अपना रास्ता बदलना पड़ा है। हालांकि टोक्यो के हानेदा एयरपोर्ट के अधिकारियों और जापान एयरलाइंस ने उड़ानों का रास्ता बदलने से इन्कार किया।
घटनास्थल से थोड़ी दूर एक माउंटेन लॉज चलाने वाली शुइकी मुकई ने पब्लिक ब्राडकास्टर एनएचके को बताया कि यह बिल्कुल तूफान की तरह था, मैंने बूम बूम की आवाज सुनी। उसके बाद हर तरफ अंधेरा हो गया। मौसम विभाग ने लोगों को ओंताके से दूर रहने का निर्देश दिया है। अधिकारियों ने कहा कि करीब चार किमी के इलाके में राख और मलबा गिर सकता है।