अमेरिकी सैनिक ने आइएस के खिलाफ लड़ाई को बताया गैरकानूनी
अमेरिकी सैनिक कैप्टन नाथन माइकल स्मिथ ने आईएस के खिलाफ लड़ाई को गैर कानून बताते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति के खिलाफ मुकदमा ठोक दिया है।
वाशिंगटन, प्रेट्र : एक अमेरिकी सैनिक ने आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आइएस) के खिलाफ लड़ाई को गैर कानूनी बताया है। कुवैत में तैनात 28 वर्षीय कैप्टन नाथन माइकल स्मिथ ने इसको लेकर राष्ट्रपति बराक ओबामा के खिलाफ मुकदमा भी किया है। स्मिथ के अनुसार आतंकी संगठन के खिलाफ कार्रवाई के लिए ओबामा प्रशासन ने कांग्रेस से इजाजत नहीं लेकर कानून तोड़ा है।
कैप्टन ने कहा कि आइएस के खिलाफ मजबूती से लड़ने के पक्ष में हैं। लेकिन, इसके लिए संविधान की अनदेखी नहीं की जा सकती। न्यूयॉर्क टाइम्स के अनुसार स्मिथ ने अदालत में जो दस्तावेज दाखिल किए हैं उसमें बताया गया है कि सीरिया और इराक में कार्रवाई शुरू करने से पहले कांग्रेस से इजाजत नहीं ली गई। उन्होंने मंगलवार को कोलंबिया डिस्टि्रक्ट कोर्ट में मुकदमा दायर किया।
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2010 में सेना से जुड़ने वाले कैप्टन स्मिथ 2012 में आठ महीने के लिए अफगानिस्तान में तैनात किए गए थे। इस समय वे आइएस के खिलाफ लड़ाई की निगरानी के लिए बनाए गए संयुक्त बल में खुफिया अधिकारी के तौर पर कुवैत में तैनात हैं। गौरतलब है कि अमेरिका के नेतृत्व में कई देश सीरिया और इराक में आतंकी ठिकानों पर हवाई हमले कर रहे हैं। पिछले कुछ महीनों में इन हमलों में आतंकी संगठन को काफी नुकसान पहुंचा है और उसके कई शीर्ष कमांडर मारे गए हैं।
मारे गए 30 आतंकी
इराकी सुरक्षा बलों ने पश्चिमी प्रांत अनबार में आइएस के 30 लड़ाकों को मार गिराया। शिन्हुआ के अनुसार सेना ने आतंकियों के कब्जे वाले चार गांवों पर नियंत्रण पाने में भी कामयाबी हासिल की है। ये गांव आतंकी संगठन के नियंत्रण वाले फलुज्जाह शहर के करीब हैं। दूसरी ओर, गुरुवार को आतंकियों ने पूर्वी सीरिया में गैस भंडार पर कब्जा कर लिया। सीरियन ऑब्जरवेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स के अनुसार पल्माइरा से 150 किमी दूर इस गैस भंडार पर तीन दिनों की लड़ाई के बाद आतंकी नियंत्रण करने में कामयाब हुए हैं। आतंकी संगठन की न्यूज एजेंसी अमाक ने लड़ाई में करीब 30 सैनिकों को मार गिराने का भी दावा किया है।